ऑएन मोर्गन ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास:
इंग्लैंड ने 2019 विश्व कप जीता, और ऑयन मॉर्गन ने खेल के सभी रूपों को छोड़ने से पहले दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग में अपना अंतिम क्रिकेट मैच खेला।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ऑयन मोर्गन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना छोड़ दिया है। यह खुलासा उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया पर किया। कप्तान के रूप में, मॉर्गन ने इंग्लैंड को उद्घाटन एकदिवसीय विश्व कप जीतने में मदद की। मॉर्गन ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट से संन्यास लेने के अलावा पिछले साल जून में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से भी संन्यास लेने की घोषणा की थी
साउथ अफ्रीका लीग में मॉर्गन ने अपना आखिरी मैच खेला था। वह पर्ल रॉयल्स के सदस्य थे। मॉर्गन ने 8 फरवरी, 2023 को प्रिटोरिया रॉयल्स के खिलाफ अंतिम गेम में 13 गेंदों में 17 रन बनाए।
वनडे और टी-20 में इंग्लैंड के बेस्ट कप्तान रहे
सीमित ओवरों के क्रिकेट के इतिहास में, मॉर्गन ने खुद को इंग्लैंड के अब तक के सर्वश्रेष्ठ कप्तान के रूप में स्थापित किया है। इंग्लिश टीम ने 198 एकदिवसीय मैच खेले, जबकि उन्होंने कप्तान के रूप में काम किया। कुल मिलाकर, टीम ने 118 गेम जीते। इसके अलावा, उन्होंने 72 टी-20 मैचों में से 42 में टीम को जीत दिलाई, जिसमें उन्होंने कप्तान के रूप में काम किया।
खेल से दूर होने का सही समय – मोर्गन
ऑएन मोर्गन ने सोशल मीडिया पर मैसेज शेयर किया। इसमें उन्होंने लिखा – मैं बड़े गर्व के साथ क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं। काफी विचार-विमर्श के बाद मेरा मानना है कि अब उस खेल से दूर होने का सही समय है जिसने मुझे इतने सालों में इतना कुछ दिया है। 2005 में इंग्लैंड जाने से लेकर मिडिलसेक्स में शामिल होने तक, SA20 में पर्ल रॉयल्स के लिए खेलते हुए मैंने आखिर तक हर पल को एंजाॅय लिया है।
क्रिकेट के लिए, मैं आभारी हूं। अपने खेल की बदौलत मुझे दुनिया घूमने और तरह-तरह के लोगों से बातचीत करने का मौका मिला है। मैं कुछ अद्भुत लोगों से मिला और आजीवन मित्रता कायम की। दुनिया भर में फ्रेंचाइजी टीमों के लिए खेलने का अवसर प्राप्त करना। ये यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपनों के साथ समय बिता सकूंगा। मुझे क्रिकेट के उत्साह और चुनौती की कमी खलेगी।
क्रिकेट के साथ जुड़ा रहूंगा
मोर्गन ने आखिरी में अपने लैटर में लिखा – भले ही में क्रिकेट से ले सन्याश रहा हूं , लेकिन हमेश कमेंट्रेटर और क्रिकेट पंडित के रूप में सबसे जुड़ा रहूंगा।
आयरलैंड से इंटरनेशनल में डेब्यू किया था
डबलिन, आयरलैंड की राजधानी है, जहां मॉर्गन का जन्म हुआ था। यह आयरिश है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने एक विदेशी प्रतियोगिता में आयरलैंड के लिए पदार्पण किया। 5 अगस्त 2006 को, स्कॉटलैंड पहले अंतर्राष्ट्रीय खेल के लिए प्रतिद्वंद्वी था। 99 रन की इस पारी में मोर्गन ने शिरकत की।
टेस्ट में नहीं मिले ज्यादा मौके
मोर्गन लिमिटेड ओवर में ही चले। टेस्ट में उन्हें कामयाबी नहीं मिली। मोर्गन ने 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ इंग्लैंड से टेस्ट डेब्यू किया था । उन्होंने 16 मैच खेले और 700 रन स्कोर किए। इसके बाद 2012 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में अपना आखिरी टेस्ट खेला l