शनिवार को जारी होगा अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव का रिजल्ट , सुबह आठ बजे से होगी वोट काउंटिंग
10 जुलाई को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा में विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव में तो भाजपा ने छिंदवाड़ा में कांग्रेस को झटका दे दिया पर विधानसभा में वह इस जिले से अपना खाता खोल पाएगी या नहीं, यह शनिवार को तय हो जाएगा। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के मतों की गणना सुबह आठ बजे से होगी। यहां 2023 के चुनाव की तुलना में दस प्रतिशत मतदान कम रहा है।
छिंदवाड़ा जिले भाजपा के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ यहां से नौ बार सांसद रहे और दो बार उनकी पत्नी अलका नाथ और बेटे नकुल नाथ ने लोकसभा में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।छिंदवाड़ा ही प्रदेश में एक मात्र जिला ऐसा है, जहां की सभी सातों विधानसभा सीटें कांग्रेस दो चुनाव (2018 और 2023) से जीत रही है। लोकसभा चुनाव में तो भाजपा ने छिंदवाड़ा में कांग्रेस को झटका दे दिया पर विधानसभा में वह इस जिले से अपना खाता खोल पाएगी या नहीं, यह शनिवार को तय हो जाएगा। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के मतों की गणना सुबह आठ बजे से होगी। यहां 2023 के चुनाव की तुलना में दस प्रतिशत मतदान कम रहा है।
छिंदवाड़ा ही प्रदेश में एक मात्र जिला ऐसा है, जहां की सभी सातों विधानसभा सीटें कांग्रेस दो चुनाव (2018 और 2023) से जीत रही है। छिंदवाड़ा जिले भाजपा के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ यहां से नौ बार सांसद रहे और दो बार उनकी पत्नी अलका नाथ और बेटे नकुल नाथ ने लोकसभा में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। अब इसका परिणाम शनिवार को आएगा। छिंदवाड़ा की सातों विधानसभा सीटों पर अब तक कांग्रेस ने जीत हासिल की है। अब मतगणना के बाद पता चलेगा कि यहां भाजपा अपना खाता खोल पाएगी या नहीं।
लोकसभा चुनाव में तो भाजपा ने छिंदवाड़ा में कांग्रेस को झटका दे दिया पर विधानसभा में वह इस जिले से अपना खाता खोल पाएगी या नहीं, यह शनिवार को तय हो जाएगा। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के मतों की गणना सुबह आठ बजे से होगी। यहां 2023 के चुनाव की तुलना में दस प्रतिशत मतदान कम रहा है।
छिंदवाड़ा ही प्रदेश में एक मात्र जिला ऐसा है, जहां की सभी सातों विधानसभा सीटें कांग्रेस दो चुनाव (2018 और 2023) से जीत रही है।छिंदवाड़ा जिले भाजपा के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ यहां से नौ बार सांसद रहे और दो बार उनकी पत्नी अलका नाथ और बेटे नकुल नाथ ने लोकसभा में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
मई में कांग्रेस हार गई थी लोकसभाचुनाव के दौरान ही अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए। मई में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी इस परंपरागत सीट को भी हार गई। सीट रिक्त होने से यहां दस जुलाई को उपचुनाव कराया गया। इसमें भाजपा ने कमलेश शाह को प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस ने धीरन शा इनावती पर दांव लगाया।
कमल नाथ ने पांच दिन प्रचार किया तो अन्य वरिष्ठ नेता भी पहुंचे। हालांकि, नकुल नाथ ने लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद क्षेत्र से दूरी बनाकर रखी। उधर, भाजपा से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, मंत्री संपतिया उइके समेत अन्य ने मोर्चा संभाला।
कांग्रेस जहां इसे कमलेश शाह का विरोध मान रही है तो भाजपा नेताओं का मानना है कि आमतौर पर उपचुनाव में मतदान कम ही रहता है, इसलिए कोई नुकसान नहीं होगा। विधानसभा की दृष्टि से भी भाजपा का खाता खुलेगा।प्रयास किया गया कि मतदान अधिक से अधिक हो पर यह विधानसभा चुनाव की तुलना में लगभग दस प्रतिशत कम रहा।
कमल नाथ-नकुल नाथ को हार से लग सकता है बड़ा झटका
अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को हार मिलती है तो इससे कमल नाथ-नकुल नाथ को बड़ा झटका लगेगा। दरअसल, अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को हमेशा बढ़त मिलती रही है। लगातार तीन चुनाव से कांग्रेस यहां से जीत रही है। भाजपा 2018 में यहां तीसरे नंबर पर पहुंच गई थी।
पार्टी ने 2023 में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के वरिष्ठ नेता मनमोहन शाह बट्टी की बेटी मोनिका बट्टी को मैदान में उतारा लेकिन सफलता नहीं मिली। उल्लेखनीय है कि गोंगपा अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में प्रभावी भूमिका में है और परिणाम को प्रभावित करने की स्थिति में रहती है।