16 साल का नाबालिग बच्चा इंदौर के आश्रम से हुआ लापता, मानसिक तौर पर है दिव्यांग
इंदौर के युग पुरुष आश्रम से बच्चों को दूसरे आश्रमों में शिफ्ट करते वक्त एक 16 साल का नाबालिग लापता हो गया। बता दें कि गायब बच्चा मानसिक दिव्यांग है। दिव्यांग बच्चे के गुम होने की शिकायत मिलने पर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर लिया है और बच्चे की तलाश शुरू कर दी है।
बच्चों को शिफ्ट करते वक्त हुआ गायब
आश्रम संचालिका डॉ. अनिता शर्मा के मुताबिक, नाबालिग दिव्यांग बच्चे को रविवार 7 जुलाई को खंडवा नाका के पास स्थित अखंड परमानंद आश्रम में शिफ्ट किया गया था। जहां कि आश्रम संचालिका शुभदा ऑस्कर ने नाबालिग के लापता होने की जानकारी युग पुरुष आश्रम को दी।
बच्चे के अपहरण की आशंका
शुभदा के मुताबिक, सोमवार 8 जुलाई शाम 4 बजे जब गिनती की गई तो उस वक्त नाबालिग हॉल में खेल रहा था। इसके बाद शाम 7 बजे दोबारा से गिनती की गई तो वह दिखाई नहीं दिया।
इसके बाद नाबालिग दिव्यांग की कई जगह खोज की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद डॉ. अनिता शर्मा तत्काल अखंड परमानंद आश्रम पहुंची और पुलिस में शिकायत की। नाबालिग के अपहरण की आशंका जताई है। बच्चे ने ग्रीन टी शर्ट और नीला पंजामा पहना हुआ है। कपड़ों पर युग पुरुष आश्रम (Indore News) का लोगो भी बना हुआ है।
हरदा से आया था नाबालिग
10 जनवरी को हरदा की आनंद बाल कल्याण समिति ने नाबालिग को युग पुरुष आश्रम (Indore News) को सौंपा था। कुछ दिनों पहले युग पुरुष धाम में बच्चे बीमार पड़ गए थे, जिसके बाद आश्रम ओवरलोड होने के कारण उसे अखंड परमानंद आश्रम में शिफ्ट किया गया था। बच्चे के गायब होने की सूचना हरदा की बाल कल्याण समिति को दे दी गई है।
विपक्ष ने लगाया ये आरोप
वहीं कांग्रेस नेता राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि आश्रम से 18 से 22 साल की 4 लड़कियां भी लापता हुई है। लड़कियों को ऑक्सीटॉक्सिन इंजेक्शन लगाए गए थे। आश्रम में मौजूद बच्चियों का महिला डॉक्टरों की टीम से टेस्ट कराया जाए।
आश्रम में 18 साल से ज्यादा उम्र की लड़कियों को किसके आदेश पर रखा गया था। आश्रम में 6 बच्चों की मौत होते ही लड़कियों को गायब किया गया। इसकी भी बारीकी से जांच कराई जाए।
युग पुरुष आश्रम से बच्चों को क्यों किया जा रहा शिफ्ट
युग पुरुष आश्रम में ग्राउंड फ्लोर में 7 कमरे हैं। ऊपर 4 हॉल और मेस हैं। आश्रम में 200 से ज्यादा बच्चे रह रहे थे। इसके साथ ही करीब 50 लोगों का स्टाफ है। आश्रम में डॉक्टर नहीं हैं। स्टाफ का कहना है कि डॉक्टरों को हफ्ते में सिर्फ दो बार चेकअप के लिए बुला लिया जाता है।