मप्र: 3 सिस्टम ने ठंडे किए ‘नौतपा’ के तेवर, चक्रवात-ट्रफ लाइन से हवाओं की स्पीड 70Km पार
“ट्रफ लाइन” और एक “चक्रवात” के कारण मध्य प्रदेश में कुछ मौसम परिवर्तन हुए। इसने मौसम को ठंडा और हवा को तेज कर दिया, प्रति घंटे 70 किमी तक। यह करीब एक हफ्ते तक ऐसे ही रहेगा। शुक्रवार की रात भोपाल पर तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। भोपाल में करीब 4 मिमी और शहर के हिस्से में 1.8 मिमी बारिश हुई। रविवार से और बारिश होगी।
दो दिन तक नौतपा ने कुछ नहीं किया। तभी शुक्रवार की रात भोपाल नामक स्थान पर सचमुच झमाझम बारिश हुई। रीवा नामक स्थान पर वास्तव में बहुत तेज आंधी आई थी जिससे एक घर पर पेड़ गिर गया। इससे एक महिला को चोट आई और मकान भी टूट गया।
उत्तर भारत में चक्रवात बड़ा तूफान बना हुआ है और इसके कारण बहुत अधिक बारिश और तेज हवा चल रही है। ऐसा कुछ लाइनों के कारण हो रहा है जो नमी लेकर चल रही हैं। भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल में कुछ जगहों पर शनिवार को बारिश हो सकती है और कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। हवा वास्तव में तेज़ हो सकती है और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल सकती है।
एक सप्ताह तक ऐसा ही रहेगा मौसम
मौसम विज्ञानी पांडे नाम के एक मौसम विशेषज्ञ ने कहा कि 28 मई को एक पश्चिमी विक्षोभ नाम की चीज आएगी। इससे हमारे क्षेत्र में पूरे एक सप्ताह तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा।
नौतपा के दूसरे दिन भी तापमान लुढ़का
मध्य प्रदेश में शुक्रवार को उतनी गर्मी नहीं रही, जितनी आमतौर पर नौतपा के दूसरे दिन होती है। कई शहरों में तापमान गिरा और ज्यादातर जगहों पर तापमान 40 डिग्री से नीचे रहा। सबसे ठंडा स्थान पचमढ़ी रहा, जहां पारा 30.2 डिग्री और सबसे गर्म स्थान नरसिंहपुर रहा, जहां पारा 43 डिग्री रहा। मलाजखंड में रात में आंधी चलने से हल्की बारिश हुई। ग्वालियर में तापमान 19 डिग्री तक गिर गया।
मई के आखिरी सप्ताह ठंडा
मौसम विज्ञानी पांडे नाम के एक मौसम विशेषज्ञ ने कहा कि मार्च से मई तक कुछ मौसम की गतिविधि होती है जिसे प्री-मानसून कहा जाता है। मई में, ठंड प्रणाली के कारण बारिश, ओलावृष्टि और तेज़ हवाएँ हो सकती हैं। ज्यादातर जगहों पर तापमान आमतौर पर 40 डिग्री से नीचे रहता है, लेकिन मई के अंत में यह बहुत गर्म हो सकता है। पिछले 10 वर्षों में, कुछ शहरों में तापमान 46 या 47 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है, लेकिन इस साल यह केवल 40 डिग्री के आसपास है।