Indore City Forest News : देखिए ! गर्मी में सुकून देती तस्वीरें, 11 माह पहले रोपे थे 7500 पौधे, जंगल सा नजारा
इंदौर : भीषण गर्मी के दौर में ऐसी हरियाली मन को सुकून देती है। जंगल सा यह नजारा जब बीच शहर देखने को मिले तो आश्चर्य भी उतना ही। स्कीम-78 में Indore City Forest News के लिए आरक्षित जमीन पर पिछले साल जापानी मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए गए थे। अभी 11 महीने ही हुए हैं और यह पौधे 3 से 5 फीट के हो गए हैं।
बीच शहर में इस सिटी फॉरेस्ट का नजारा किसी दूरदराज के जंगल के समान नजर आने लगा है। 31 हजार 350 वर्गफीट के इस सिटी फॉरेस्ट में 7500 पौधे लगाए गए हैं। खुशी की बात यह है कि हरेक पौधा यहां पनप गया है। सीईओ रामप्रकाश अहिरवार के मुताबिक आईडीए की विभिन्न योजनाओं में बगीचे और सिटी फॉरेस्ट के लिए 52 हेक्टेयर जमीन चिह्नित है। इस साल जुलाई से सितंबर के बीच नए सिटी फॉरेस्ट और बगीचों में 35 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। स्कीम 78 की विपरीत दिशा यानी स्कीम 97 पार्ट 4 में भी सिटी फॉरेस्ट के लिए जमीन आरक्षित है। यहां पर भी सिटी फॉरेस्ट इस साल विकसित किया जाएगा।
देशी प्रजाति के पौधे लगाए
यहां पर कनेर, बादाम, गुलमोहर, जामुन, बबूल, सूबबूल, पीपल, नीम, आम की देशी प्रजाति के पौधे लगाए हैं।
यह है मियावाकी पद्धति
मियावाकी पद्धति जापानी वैज्ञानिक अकीरा मियावाकी की देन है। इस पद्धति से बहुत कम समय में जंगलों को घने जंगलों में परिवर्तित किया जा सकता है। इस पद्धति में देशी प्रजाति के पौधे एक-दूसरे के समीप लगाए जाते हैं। ये कम स्थान घेरते हैं और अन्य पौधों की वृद्धि में भी सहायक होते हैं। इतने सघन होते हैं कि सूर्य की रोशनी धरती पर नहीं पहुंच पाती, इससे खरपतवार भी नहीं उग पाती।