मध्यप्रदेश: मानसून में हुआ बदलाव, उज्जैन समेत 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
बुधवार को मध्य प्रदेश में खासकर उज्जैन, रतलाम, गुना, मुरैना, भिंड और छिंदवाड़ा जैसे 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. पूर्वानुमान से पता चलता है कि इन क्षेत्रों में 4 इंच तक बारिश के साथ भारी बारिश हो सकती है। साथ ही भोपाल, जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में भी हल्की बारिश होने की संभावना है.
सुबह भोपाल में बारिश हुई, जिससे राजधानी के बड़े तालाब का जलस्तर पिछले दिन की तुलना में 0.05 फीट बढ़कर 1664.05 फीट पर पहुंच गया। यह सुरम्य तालाब अपने पूर्ण टैंक स्तर 1666.80 फीट तक पहुंचने से केवल 2.75 फीट दूर है। इसके साथ ही पड़ोसी शहर रायसेन में भी बारिश हुई। हालाँकि, यह शिवपुरी में था जहाँ भारी बारिश हुई, जिससे एक बड़ा नाला उफान पर आ गया। नतीजतन, इस अतिप्रवाह के कारण क्षेत्र में घरों और सड़कों पर दुर्भाग्यपूर्ण बाढ़ आ गई।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे के अनुसार वर्तमान में निम्न दबाव का चक्रवाती परिसंचरण तंत्र सक्रिय है। अगले 24 घंटों के दौरान, इस प्रणाली के और भी तीव्र होने की उम्मीद है, जिससे संभावित रूप से विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। इसके अलावा, मानसून ट्रफ रेखा के साथ-साथ एक और सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण प्रणाली मौजूद है। इन संयुक्त मौसमी घटनाओं के परिणामस्वरूप, वर्षा होने की भी संभावना है।
MP के पूर्वी हिस्से में 2% बारिश कम
भोपाल में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वैज्ञानिकों ने बताया है कि जून की शुरुआत से राज्य में वर्षा में लगभग 10% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। हालाँकि, यह ध्यान देने योग्य है कि राज्य के पूर्वी क्षेत्र में वर्षा में मामूली कमी देखी गई है, लगभग 2%, जबकि पश्चिमी भाग में 21% की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ काफी अधिक मात्रा में वर्षा हुई है। विशिष्ट जिलों के संदर्भ में, सिवनी ऐसे जिले के रूप में उभरा है जहां 27 इंच से अधिक की सबसे अधिक वर्षा हुई है। दूसरी ओर, सतना जिले में अपेक्षाकृत कम वर्षा हुई है, जो राज्य की कुल वर्षा का 8% से भी कम है।
नरसिंहपुर, इंदौर और सीहोर जिलों में वर्षा की मात्रा 24 इंच की महत्वपूर्ण सीमा को पार कर गई। इसी तरह छिंदवाड़ा, मंडला, बैतूल, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम और रायसेन में 20 इंच से ज्यादा बारिश हुई।
अनूपपुर, बालाघाट, डिंडोरी, जबलपुर, सागर, आगर-मालवा, देवास, नीमच, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन और विदिशा जिलों में वर्षा 16 इंच से अधिक होती है।
इस वर्ष सतना, रीवा, सिंगरौली, अशोकनगर, दतिया और ग्वालियर जिलों में वर्षा की कमी देखी गई है, सतना में 8 इंच से कम वर्षा हुई है और शेष जिलों में 10 इंच से कम वर्षा हुई है।
मध्यप्रदेश में कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे
राज्य के कुल 16 जिलों में भारी मात्रा में तीव्र वर्षा हुई है। इन जिलों में सीहोर, राजगढ़, बुरहानपुर, खरगोन, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, भिंड, मुरैना, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा शामिल हैं।
पूरे मध्य प्रदेश में कुल 36 जिलों में हल्की बारिश हो रही है। इन जिलों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, इंदौर, शाजापुर, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया शामिल हैं। , डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी।
MP के 5 बड़े शहरों में मौसम का हाल
- भोपाल: मौसम धूप रहने की उम्मीद है, जिसका असर तापमान और आर्द्रता के स्तर पर पड़ेगा। इसके अतिरिक्त, शाम के समय हल्की बारिश होने की भी संभावना है।
- इंदौर शहर में हल्की बारिश होने की संभावना है. इसी तरह जिले के महू, सांवेर और सोनकच्छ इलाकों में भी हल्की बारिश होने का अनुमान है।
- ग्वालियर: बहुत तेज बारिश तो नहीं होगी, लेकिन जिले के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.
- जबलपुर: तेज बारिश नहीं होने से गर्मी और उमस का असर रहेगा।
- उज्जैन: तेज बारिश का अलर्ट है। जिले में भी कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है।