यूपी RO-ARO भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 6 लोग गिरफ़्तार, STF ने बताया भोपाल में छपा था पर्चा
UPPSC RO-ARO Paper Leak Case: भोपाल के सुनील रघुवंशी का बड़ा खुलासा, बताया कैसे करवाया पेपर लीक
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा का पेपर भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से 8 दिन पहले ही पेपर लीक करने वाले गैंग के पास पहुंच चुका था. इस मामले में STF ने बड़ा खुलासा किया है। पेपर भोपाल की एक प्रिंटिंग प्रेस में छपे थे। इस मामले में UP STF ने प्रिंटिंग प्रेस के मैकेनिकल इंजीनियर सुनील रघुवंशी समेत 6 लोगों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है।यूपी एसटीएफ ने RO /ARO पेपर लीक मामले में पहले से जेल में बंद मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के साथ उसके सबसे करीबी सुभाष प्रकाश और विशाल दुबे समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस गैंग की दूसरी महत्वपूर्ण कड़ी लेडी गैंग मेंबर अभी भी फरार है.
ऐसे किया था पेपर लीक
भोपाल के सुनील रघुवंशी ने मोबाइल से प्रश्नपत्र को स्कैन कर लिया था। इसके बाद सुनील ने इसे पेपर लीक कराने वाले अपराधियों के संगठित गैंग को दे दिया था। सुनील कन्हैया आनंद नगर अमझिरा बिलखिरिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है। बाकी आरोपी यूपी और बिहार के हैं। गिरोह का सरगना राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल है। मामले में 10 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
दो जगहों से लीक हुआ पेपर
सबसे पहले पेपर दो अलग-अलग जगह से लीक हुआ. पहला, भोपाल की उस प्रिंटिंग प्रेस से जहां से पेपर की छपाई हुई और दूसरा, प्रयागराज के उस परीक्षा केंउस परीक्षा केंद्र से जहां परीक्षा वाले दिन सुबह पेपर पहुंचा लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले लीक हो गया.
सुनील रघुवंशी की मदद से पेपर हुआ आउट
पूछताछ में सामने आया कि राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश, विशाल दुबे और प्रिंटिंग प्रेस कर्मी सुनील रघुवंशी अलग-अलग इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे। विशाल और सुनील 2014-17 के बीच एक साथ पढ़े हैं। सुनील प्रिंटिंग प्रेस में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर नौकरी करने लगा था, जबकि सुभाष प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में नौकरी करने लगा था। वहीं विशाल दुबे और राजीव नयन प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन कराने का काम करते थे। यहीं इन दोनों की जान पहचान सुभाष प्रकाश से हो गई थी। वहीं जब विशाल दुबे को पता चला कि उसका सहपाठी सुनील रघुवंशी प्रिंटिंग प्रेस में काम करता है तो ये बात विशाल ने मास्टरमाइंड राजीव और सुभाष को बताई थी। तब राजीव ने इन दोनों से सुनील रघुवंशी के संपर्क में रह कर यूपी में अयोजित होने वाली परीक्षा के पेपर छपने की जानकारी देने के लिए बोला था, साथ ही पेपर को आउट करने के लिए सुनील को तैयार करने के लिए कहा था।
राजीव नयन के इशारे पर हुआ पूरा खेल
प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक कराने वाले इस गैंग में मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके चार नौजवान भी थे, विशाल ने सुनील को पैसों का लालच दिया और कहा कि अगर यूपी में होने वाली किसी भी परीक्षा का प्रश्नपत्र छपने के लिए आए तो तुरंत उसे बताएं। पैसों के लालच में सुनील रघुवंशी तैयार हो गया था। उसके कुछ दिन बाद सुनील रघुवंशी ने अपने साथी विशाल दुबे को बताया कि प्रिंटिंग प्रेस में एक प्रश्नपत्र छपने के लिए आया है। सुनील ने बताया कि जिसमें से एक पेपर में 140 सवाल और दूसरे पेपर में 40 सवाल हैं। विशाल दुबे ने इस बात की जानकारी राजीव और सुभाष को दी थी। वहीं समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी में एक पेपर में 140 और दूसरे पेपर में 40 सवाल पूछे जाते थे। इस आधार पर राजीव और विशाल ने सुभाष और सुनील को बताया कि समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी का पेपर छपने के लिए आया है। इस पेपर को आउट करने के लिए सुनील को तैयार किया था।
गैंग की लेडी मेंबर अभी है फरार
सिपाही भर्ती और RO/ARO पेपर लीक के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा की महिला मित्र अभी भी पुलिस के लिए पहेली बनी है. राजीवनयन मिश्रा के पेपर लीक के धंधे से हो रही करोड़ों की कमाई को उसकी महिला दोस्त शिवानी ही हैंडल करती है।