तमिलनाडु BSP चीफ की हत्या के एक मुख्य आरोपी का हुआ एनकाउंटर, ऑर्मस्ट्रांग मर्डर केस में अबतक 11 गिरफ्तार
तमिलनाडु में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रॉन्ग की हत्या मामले में नया पहलू सामने आया है। हत्या में शामिल एक आरोपी कल देर शाम चेन्नई में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। 30 साल के आरोपी का नाम के तिरुवेंगदम था। वह आर्मस्ट्रांग मर्डर केस में गिरफ्तार 11 संदिग्धों में शामिल था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी तिरुवेंगदम ने आज सुबह पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश की। उसने एक पुलिसकर्मी पर हमला भी किया। इस दौरान एक पुलिस ऑफिसर ने उस पर गोली चलाई। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। हिस्ट्रीशीटर तिरुवेंगदम पर पहले से कई क्रिमिनल केस दर्ज हैं।पुलिस सूत्रों ने बताया कि तिरुवेंगदम (Thiruvengadam) को आर्मस्ट्रॉन्ग की हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद करने के लिए घटनास्थल पर ले जाया गया था। तभी उसने बरामद बंदूक से पुलिस अधिकारियों पर गोली चलानी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
कब और कहां हुई बसपा नेता की हत्या:
बसपा चीफ आर्मस्ट्रांग की 5 जुलाई को चेन्नई में उनके घर के सामने हत्या कर दी गई थी। 52 साल के आर्मस्ट्रॉन्ग शाम करीब 7 बजे चेन्नई स्थित सेम्बियम इलाके के वेणुगोपाल स्ट्रीट पर अपने घर के कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे।
उत्तरी चेन्नई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) असरा गर्ग ने बताया था, ‘हम पूछताछ कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि पूर्व में की गई हत्या के कारण यह हत्या की गई है। हमने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। हमने सात खून से सने हथियार, एक जोमैटो टी-शर्ट, एक जोमैटो बैग और तीन बाइक जब्त की हैं, जिनका अपराध करने में इस्तेमाल किया गया था।’
एसीपी गर्ग ने कहा था, ‘चेन्नई पुलिस द्वारा गठित विशेष टीमों ने तीन और संदिग्धों को पकड़ा है। अब तक की जांच से पता चलता है कि अगस्त 2023 में आर्कोट सुरेश की एक गिरोह ने हत्या कर दी थी। सुरेश के परिवार और सहयोगियों का मानना है कि यह आर्मस्ट्रॉन्ग के निर्देश पर या उनके द्वारा रची साजिश के तहत किया गया था। आर्मस्ट्रॉन्ग की हत्या आर्कोट सुरेश के सहयोगियों ने की थी। इस पूरे मामले में सुरेश का भाई भी शामिल था, जिन्हें हमने गिरफ्तार कर लिया है। चेन्नई पुलिस ने मामले की व्यापक जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।’
इससे पहले शनिवार को ग्रेटर चेन्नई के पुलिस आयुक्त संदीप राय राठौर ने बसपा नेता की हत्या के मामले में किसी भी राजनीतिक पहलू से इनकार किया था।
चीफ ने लड़ा था स्टालिन के खिलाफ चुनाव :
बसपा नेता आर्मस्ट्रांग पेशे से एक वकील थे। वे 2006 में चेन्नई कॉर्पोरेशन काउंसिल के लिए चुने गए थे। उन्होंने 2007 में बसपा जॉइन की। 2011 में उन्होंने तमिलनाडु के कोलाथुर सीट से वर्तमान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, हार गए थे।
आर्मस्ट्रांग दो साल पहले चेन्नई में एक मेगा रैली आयोजित करने के बाद चर्चा में आए। उन्होंने इस रैली में बसपा प्रमुख मायावती को बुलाया था। आर्मस्ट्रांग के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटी है।
हाईकोर्ट ने आर्मस्ट्रांग का शव पार्टी ऑफिस में दफनाने मांग को किया खारिज
के आर्मस्ट्रांग की हत्या के बाद उनकी पत्नी के. पोरकोडी ने पति का शव पार्टी कार्यालय में दफनाने को लेकर मद्रास हाईकोर्ट ने याचिका लगाई गई थी। हालांकि, हाईकोर्ट ने पार्टी कार्यालय में उनका शव दफनाए जाने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया।
कोर्ट ने कहा कि BSP ऑफिस संकरी गली में बना है। वहां ज्यादा जगह नहीं है। ऐसे में अगर वहां ज्यादा लोग जमा होते हैं तो भगदड़ का खतरा हो सकता है। कोर्ट ने बसपा नेता का शव चेन्नई से लगे तिरुवल्लुवर जिले में एक एकड़ के निजी प्लॉट में दफनाने की सलाह दी थी।