BHOPAL METRO: मंत्री सारंग ने टेस्ट किया मेट्रो दूसरे फेज़ का काम
भोपाल। सुभाषनगर से करोंद के बीच 8.77Km में जिन जगहों पर मेट्रो (BHOPAL METRO) लाइन के पिलर खड़े होंगे, वहां मिट्टी की टेस्टिंग की जा रही है। बोगदा पुल चौराहा, करोंद में टेस्ट हो चुके हैं। वहीं, ड्रॉइंग पर भी काम हो रहा है। मेट्रो के इस दूसरे फेज (BHOPAL METRO) का काम देखने के लिए बुधवार को मंत्री विश्वास सारंग ने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि करोंद चौराहे पर थ्री टियर में ट्रांसपोर्टेशन होगा।
मंत्री सारंग ने कई इलाकों में जाकर काम भी देखा। उन्होंने मेट्रो के एमडी सीबी चक्रवर्ती से मेट्रो प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी ली। वहीं, पूरे प्लान को समझा। इसके बाद वे अफसरों के साथ कई जगहों पर भी पहुंचे।
BHOPAL METRO; मेट्रो, फिर फ्लाईओवर और सर्विस रोड निकलेगी
मंत्री सारंग ने कहा कि एयरपोर्ट से रत्नागिरी चौराहे तक 6 लेन भी बनेगा। इसके चौड़ीकरण का कार्य प्रगति पर है। इसके बाद सबसे ऊपर मेट्रो (BHOPAL METRO) गुजरेगी। फिर फ्लाईओवर और सर्विस रोड निकलेगी। करीब चार साल में पूरा प्रोजेक्ट पूरा होगा। इसके बाद नरेला विधानसभा समेत भोपाल की तरक्की की राह खुल जाएगी। रोजगार के नए आयाम होंगे और शहर के इलाके एक-दूसरे से बेहतर तरीके से जुड़ सकेंगे। मंत्री सारंग के निरीक्षण के दौरान मेट्रो,(BHOPAL METRO)एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, ट्रैफिक व जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।
ये खबर भी पढ़ें………………..MP News : जूनियर डॉक्टरों को मोहन सरकार की बड़ी सौगात, अब हर महीने मिलेंगे इतने पैसे
BHOPAL METRO की ऑरेंज लाइन का दूसरा फेज
सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन से ऑरेंज लाइन का दूसरा फेज है। ये सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन से करोंद में ICAR (भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान) के सामने तक है। इस फेज के रूट में दो तरह से काम होगा। 8.77 किलोमीटर में से 3.39 Km लंबा रूट अंडरग्राउंड रहेगा, जबकि 5.38Km हिस्सा जमीन के ऊपर रहेगा। दोनों के ही टेंडर हो चुके हैं।
मेट्रो की ऑरेंज लाइन, CM कर चुके भूमिपूजन
भोपाल में मेट्रो की ऑरेंज लाइन यानी एम्स से करोंद तक का रूट(BHOPAL METRO) कुल 14.99 Km लंबा है। इसमें सुभाष नगर से एम्स के बीच 6.22 Km का प्रायोरिटी कॉरिडोर है। 8 में से 5 स्टेशनों के बीच अक्टूबर 2023 में ट्रायल रन हुआ था। रानी कमलापति, सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी के सामने और एमपी नगर के स्टेशनों का काम 90% से ज्यादा पूरा हो चुका है। बाकी तीन स्टेशन(BHOPAL METRO)- डीआरएम चौराहा, एम्स और अलकापुरी स्टेशनों का भी 50% तक काम हो चुका है। दूसरे फेज के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव भूमिपूजन भी कर चुके हैं।
दूसरे फेज के 2 प्रोजेक्ट…
प्रोजेक्ट-1: 650 करोड़ रुपए में 6 स्टेशन बनेंगे
सुभाष नगर डिपो से करोंद तक के रूट(BHOPAL METRO) में कुल 2 फेज में काम होगा। कुल 8.77 Km में से 5.38 Km हिस्से में 6 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें 650 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यूआरसी कंस्ट्रक्शन यह काम करेगी। यही कंपनी सुभाष नगर, डीबी मॉल, एमपी नगर, केंद्रीय स्कूल, आरकेएमपी, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस और एम्स स्टेशनों का काम भी कर रही है। मिट्टी की टेस्टिंग इसी कंपनी के जिम्मे है।
कब पूरा करना है(BHOPAL METRO)
साढ़े 3 साल में काम पूरा करने का टारगेट रहेगा। इसी अवधि में स्टेशन और ट्रैक बिछाया जाएगा।
इन 6 जगहों पर बनेंगे मेट्रो (BHOPAL METRO) स्टेशन
पुल बोगदा
ऐशबाग
सिंधी कॉलोनी
डीआईजी बंगला
कृषि उपज मंडी
करोंद
प्रोजेक्ट-2: 890 करोड़ रुपए में अंडरग्राउंड रूट बनेगा
8.77 Km के रूट में 3.39 किलोमीटर रूट अंडरग्राउंड होगा। इसमें 2 मेट्रो स्टेशन भोपाल रेलवे स्टेशन व नादरा बस स्टैंड भी रहेंगे। यह काम अलग कंपनी करेगी। इसके लिए बड़ी मशीन आएगी, जो जमीन के अंदर ही बड़ी सुरंग कर देगी।
कब पूरा करना है
काम शुरू होने के बाद साढ़े 3 साल में पूरा करने का टारगेट रहेगा। मेट्रो की दोनों लाइन का यह अकेला अंडरग्राउंड हिस्सा रहेगा।
यहां से अंडरग्राउंड गुजरेगी मेट्रो
सुरंगें सिंधी कॉलोनी, ऐशबाग क्रॉसिंग से होती हुई भोपाल स्टेशन और नादरा बस स्टैंड को स्टेशनों के माध्यम से जोड़ेगी।
भोपाल में अब तक 5 मेट्रो आई
गुजरात के सांवली (बड़ोदरा) से भोपाल में कुल 5 मेट्रो आ चुकी है। इनका 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल भी हो चुका है। हर दिन मेट्रो को ट्रैक पर दौड़ाया जा रहा है।