MP News : भोपाल समेत कई जिलों में बारिश का अलर्ट, आकाशीय बिजली से 5 लोग झुलसे
MP News : मध्य प्रदेश के 14 जिलों में भारी बारिश के साथ ही इंदौर, मंडला, उज्जैन समेत 15 जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई है, भोपाल में शुरू हुआ रिमझिम बारिश का दौर, मौसम विभाग के मुताबिक तीन दिन तक ऐसा ही रहेगा मौसम
मध्यप्रदेश में शनिवार को मौसम के दो रंग देखने को मिले। कुछ जिलों में बारिश हुई, कुछ जिलों में तेज धूप निकली। भोपाल में रिमझिम बारिश हुई। आगरमालवा, राजगढ़, छिंदवाड़ा, श्योपुर और नर्मदापुरम में भी बारिश हुई। इंदौर में तेज धूप से गर्मी बढ़ गई।
मौसम विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में तेज बारिश का अनुमान जताया है। इनमें श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, उज्जैन, झाबुआ, धार, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी और उमरिया जिले शामिल हैं।
खरगोन में शुक्रवार रात को कुंदा नदी का रपटा पार कर रहे दो युवक बाइक समेत बह गए। इस दौरान रपटे पर डेढ़ फीट ऊपर से पानी बह रहा था। एक युवक जैसे-तैसे बाहर आ गया, जबकि दूसरा युवक बाइक बचाने के चक्कर में बह गया। शनिवार को नदी में उसकी तलाश की जा रही है।
श्योपुर के विजयपुर में आकाशीय बिजली से 5 लो झुलस गए। एंबुलेंस नहीं मिलने पर विजयपुर एसडीएम और तहसीलदार ने अपने वाहनों से घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। वन और पर्यावरण मंत्री राम निवास रात ने अस्पताल में घायलों का हाल जाना।
एमपी में लोकल सिस्टम कराएगा बारिश
मौसम विभाग के अनुसार मानसून ट्रफ के प्रदेश से गुजरने और आंध्र प्रदेश-ओडिशा में एक्टिव लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) की वजह से ऐसा होगा। हालांकि, कई जिलों में तीखी धूप भी निकलेगी। मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के समुद्र तट पर लो प्रेशर एरिया सिस्टम सक्रिय है।
वहीं, मानसून ट्रफ जैसलमेर से एमपी से सीधी होते हुए आगे गुजर रही है। एक अन्य सिस्टम भी सक्रिय है। इस वजह से दो दिन पूर्वी हिस्से में बारिश हो सकती है। लोकल सिस्टम की एक्टिविटी भी बनी रहेगी। 9 और 10 सितंबर को कई जिलों में तीखी धूप भी निकलेगी।
10 सितंबर तक ऐसा ही रहेगा मौसम
मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया, प्रदेश में कहीं-कहीं लोकल सिस्टम की एक्टिविटी भी देखने को मिलेगी। दोपहर के बाद ही पानी गिरेगा। दिन में गर्मी का असर भी देखने को मिलेगा।
MP News : बारिश की वजह से डैम में जलस्तर बढ़ा
भोपाल के पास कोलार समेत भदभदा और कलियासोत डैम के एक-एक गेट बंद कर दिए गए। हालांकि, पानी की आवक जारी रही। नर्मदापुरम के तवा डैम समेत बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, कुंडालिया में भी पानी बढ़ा।
बारिश में मंडला-सिवनी अव्वल
प्रदेश में 21 जून को मानसून एक्टिव हुआ था। इसके बाद से ही बारिश का दौर जारी रहा। जून, जुलाई और अगस्त में मानसून जमकर बरसा। सितंबर के शुरुआती 3 दिन भी तेज बारिश हुई है। यही वजह है कि अब तक औसत 35.8 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 96 प्रतिशत है।
भोपाल में आंकड़ा 43 इंच के पार है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में हुई है। यहां अब तक 47.73 इंच पानी गिर चुका है। टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, श्योपुर, सीधी, भोपाल, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, रायसेन और सागर जिले शामिल हैं।
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