CM Mohan Yadav: नर्मदा किनारे बसे धार्मिक नगरों में इन चीजों पर लगेगा बैन, 21 जिलों पर पड़ेगा असर
CM Mohan Yadav : मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने नर्मदा नदी को साफ और प्रवाह बनाए रखने के लिये कई फैसले लिए हैं। ताजा फैसले में नदी के किनारे बसे धार्मिक नगरों और स्थलों के आसपास मांस-मदिरा का उपयोग न हो इसके आदेश भी दिये गए हैं।
मध्य प्रदेश सरकार का फोकस नर्मदा नदी को निर्मल करने पर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं कि नर्मदा के किनारे बसे धार्मिक नगर और स्थलों के आसपास मांस-मदिरा का उपयोग न हो। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि अमरकंटक में नर्मदा नदी के उद्गम स्थल से लेकर प्रदेश की सीमा में जहां भी नर्मदा नदी बह रही है, वहां सीवेज इसमें न मिले।
नर्मदा के समग्र विकास पर मंत्रिमंडल समिति की बैठक में सीएम ने कहा कि अमरकंटक में नर्मदा नदी के उद्गम स्थल से दूर सैटेलाइट सिटी डेवलप की जाए। सीएम ने नर्मदा में मशीनों से खनन गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगाने के निर्देश भी दिए। अमरकंटक से शुरू होकर खम्बात की खाड़ी में मिलने वाली 1312 किमी लंबी नर्मदा की मप्र में लंबाई 1079 किमी है। कहीं सीवेज नहीं मिलेगा, मशीनों से खनन पर रोक
ड्रोन से रखी जाएगी नजर
सीएम मोहन यादव ने निर्देश देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए नर्मदा के आसपास चलने वाली साली गतिविधियों पर सैटेलाइट इमेज और ड्रोन से नजर रखी जाए। GIS से नदी के दोनों तरफ विस्तार के लिए जगह चिह्नित की जाए। क्षेत्र के संरक्षण और विकास को देखते हुए विभाग समन्वय के साथ कार्य योजना तैयार करें। साथ ही नर्मदा परिक्रमा को धार्मिक पर्यटन गतिविधि के रूप में विकसित किया जाए।
Mohan Yadav सीएम ने परिक्रमा पथ पर होम स्टे, भोजन की व्यवस्था और इन्फॉर्मेशन सेंटर से स्थानीय युवाओं को जोड़ने के लिए कहा, ताकि ये उनके लिए भी एक रोजगार का साधन बने। नदी के दोनों तरफ 5 किमी तक प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जाए। नर्मदा के समग्र विकास के लिए यह पहली बैठक थी। अगली बैठक नवंबर में फिर होगी।
21 जिलों पर पड़ेगा असर
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मांस-मदिरा पर लगाए गए रोक का असर 21 जिलों पर पड़ेगा। नर्मदा के किनारे 21 जिले, 68 तहसीलें, 1138 गांव और 1126 घाट आते हैं। यही नहीं नर्मदा के किनारे कई प्राचीन मंदिर और शक्तिपीठ भी आते हैं। लोगों की आस्था नर्मदा नदी को लेकर बहुत ज्यादा है।
नर्मदा के प्रमुख घाट
ओंकारेश्वर(खंडवा) {महेश्वर (खरगोन) {जबलपुर में भेड़ाघाट व ग्वारीघाट {अमरकंटक(अनूपपुर) {डिंडोरी {नरसिंहपुर का प्रसिद्ध ब्रह्मांड (बरमान) घाट {नर्मदापुरम {देवास (नेमावर) {बड़वानी।