उज्जैन: भस्म आरती के भक्तों के लिए जल्द बदलेगा प्रवेश द्वार गेट नंबर 4 और नंबर 5 बंद रहेंगे और प्रवेश मानसरोवर से होगा।
गेट नंबर 4, 5 और 13 को जल्द ही बंद कर दिया जाएगा, जिससे भक्तों को मानसरोवर से प्रवेश करने की अनुमति मिल जाएगी, ताकि महाकाल मंदिर में हर सुबह की जाने वाली भस्म आरती दर्शन प्रणाली को पूरा किया जा सके। वीआईपी श्रद्धालु एक साथ गेट नंबर एक से भी प्रवेश कर सकेंगे। एक-दो दिन में यह सिस्टम चालू हो जाएगा।
महाकाल मंदिर में रोजाना करीब 4 बजे शुरू होने वाली भस्म आरती के लिए भक्त रात 12 बजे से ही लाईन में लग जाते है। जिससे वे करीब तीन घंटे तक एक ही जगह खड़े रहकर परेशान भी होते थे। दरअसल अभी तक गेट नंबर चार और पांच से भस्म आरती में शामिल होने आये श्रद्धालु को इंट्री मिलती थी लेकिन अब जल्द ही ये दोनों गेट बंद होने जा रहे है। महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि भस्म आरती के लिए भक्त रात से लाइन में लग जाते है। गेट नंबर चार और पांच पर फिलहाल काम चल रहा है। श्रद्धालुओं को असुविधा से बचाने के लिए अब भस्म आरती में आने वाले भक्तों को मानसरोवर से प्रवेश मिलेगा। यहाँ पर भक्तो की सुविधा के लिए बैठने, पानी,पंखे,टॉयलेट की सुविधा मिलेगी ज्यादा देर तक भक्तों को खड़ा भी रहना नहीं होगा। सभी भक्तो की इंट्री मान सरोवर से होकर फेसिलिटी नंबर एक और फिर आगे गलियारे में भी बैठ सकेंगे। जल्द ही इस सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा।
वीआईपी भक्तों के लिए ऐसी रहेगी व्यवस्था
गेट नंबर एक से प्रवेश करने के बाद वीआईपी श्रद्धालु सुविधा केंद्र के हॉल में आराम कर सकते हैं। वे इस बिंदु से मंदिर में प्रवेश करने के लिए जूना महाकाल से गुजरेंगे। यहां बैठने के लिए पानी का शौचालय कभी उपलब्ध नहीं था, इसलिए आम भक्तों को गेट नंबर 4 और नंबर 5 से मंदिर में प्रवेश करना पड़ता था। एक बार जब भक्तों ने कतारें लगानी शुरू कीं तो पानी भी मिलना असंभव था। जल्द ही मानसरोवर से यात्रियों का प्रवेश शुरू हो जाएगा। इस सुविधा के खुलने से भस्म आरती के पास धारकों को भी मानसरोवर गेट से प्रवेश का संदेश प्राप्त होगा।