भोपाल: H3N2 जांच के नाम पर मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं
निजी लैब में जांच का खर्च 4 से 6,000 रुपये के बीच है जेपी अस्पताल में भी सैंपलिंग शुरू
पिछले दो सालों में लोगों में कोरोना संक्रमण का डर इस हद तक बढ़ गया है कि हल्की खांसी भी लोगों के पसीने छुड़ा देती है। H3N2 इन्फ्लूएंजा ने हाल ही में भोपाल में भी उपस्थिति दर्ज कराई है। फिर, जब एक विशिष्ट बुखार दिखाई देता है, तो लोग मान लेते हैं कि यह H3N2 है और निजी प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण किया जाता है। निजी लैब मालिकों ने इस मौके का फायदा उठाकर इस वायरस से पैदा हुए डर को बेचना शुरू कर दिया है. या यूँ कहें कि H3N2 की टेस्टिंग अब निजी लैब में शुरू हो गई है. फिलहाल इस जांच के लिए मनमाने दाम लगाए जा रहे हैं।
अस्पताल के अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव के अनुसार जेपी अस्पताल में H3N2 परीक्षण भी किया जाएगा। अगर डॉक्टर किसी मरीज को सुझाव देंगे तो यहां भी सैंपल लिया जाएगा। अभी इस इलाके में सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। इसके अलावा इस स्थान पर H3N2 मरीजों के लिए अलग से बेड रखे गए हैं।
6 हजार तक के हो रहे टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग द्वारा एच3एन2 परीक्षण के लिए कोई प्रोटोकॉल स्थापित नहीं किया गया है। इसका फायदा निजी लैब मालिक उठा रहे हैं। अशोका गार्डन में साई शांति लैब के कर्मचारियों के अनुसार, H3 N2 के परीक्षण में 6,000 रुपये खर्च होंगे। यह नमूना आपके घर से भी प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा लाल पैथ लैब में भी इसका परीक्षण किया जाता है. यहां टेस्ट की कीमत 4900 रुपए बताई गई थी।
500 से अधिक नमूनों में से केवल एक सकारात्मक परीक्षण परिणाम।
एम्स भोपाल में एक महीने में एच3एन2 के 500 से ज्यादा सैंपल जांचे गए, लेकिन जानकारी के मुताबिक सिर्फ एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सरकारी स्तर पर सिर्फ एम्स में जांच होती है। डॉक्टरों का दावा है कि क्योंकि आज लोग केवल कोविड नियमों का पालन करना चाहते हैं, उन्हें करना चाहिए।
घबराने की जरूरत नहीं, यह साधारण फ्लू
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के डायरेक्टर डॉ. अजय सिंह ने बताया कि H3N2 से घबराएं नहीं, यह एक साधारण फ्लू की ही तरह है। इसमें भर्ती होने की अवश्यकता नहीं होती। बस भीड़ भाड़ में जाने से बचें, लोगों के क्लोज कॉन्टेक्ट से बचें। वहीं, कोविड की ही तरह सभी गाइलाइंस को फाॅलो करें। वहीं लोगों को चाहिए कि वे अपनी इम्युनिटी को बेहतर बना कर रखें। जिससे की रोग प्रतिरोधक क्षमता हमेशा बनी रहे।
भोपाल में अभी सिर्फ एक मरीज
भोपाल में इन्फ्लूएंजा H3N2 का पहला पॉजेटिव मरीज 16 मार्च को मिला था। संत हिरदाराम नगर में रहने वाले 25 साल के युवक को सर्दी-खांसी की शिकायत हुई थी। उसके स्वैब का सैंपल इनफ्लुएंजा H3N2 की जांच के लिए भोपाल के एम्स भेजा गया था। फिलहाल युवक को घर में ही क्वारेंटाइन है।