गुना: लोन चुकाने भटक रहा ग्राहक बैंक वाले नहीं ले रहे लोन की किश्त
यह अक्सर देखा या सुना जाता है कि बैंक कर्मचारी उधारकर्ताओं से ऋण वसूलने के लिए काफी हद तक जाते हैं, जिन्हें अपनी किश्तों का भुगतान करना होता है। हालाँकि, एक शहर में, एक व्यक्ति मौजूद है जो अपने ऋण चुकाने के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन बार-बार अनुरोध करने के बावजूद बैंक अधिकारियों से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मंगलवार को थकान की स्थिति में उन्होंने जन शिकायत प्रकोष्ठ से संपर्क कर अपनी समस्या बताई। वहां उन्होंने बैंक अधिकारियों को अपना भुगतान जमा करने के लिए प्रेरित करने के लिए कलेक्टर से शिकायत की।
दरअसल, सांईसिटी कॉलोनी मालपुर निवासी तेजसिंह पुत्र देवीसिंह तोमर ने बताया कि उनका गढ़ा बैंक हाट रोड में खाता है। पहले भी वह बैंक से दो बार लोन लेकर चुके हैं, जिसे उन्होंने चुका दिया। इस बार 11 जून 2019 को एक लाख रुपए का लोन लिया था। अब बैंक बंद हो गया है और वह अपने लोन की शेष तत्काल जमा करना चाहते हैं। इसके लिए बीते मार्च माह में 28 तारीख को भी जनसुनवाई में आवेदन दिया। उनका कहना है कि लोन की शेष राशि 40 हजार 276 रुपए है और 14170 रुपए बैंक में आंशिक पूंजी के रूप में जमा हैं। ऐसे में आंशिक राशि को समायोजित कर शेष 26170 रुपए बकाया लोन राशि जमा करने तैयार हूं, लेकिन बैंक के अधिकारी-कर्मचारी भ्रमित कर रहे हैं और राशि जमा नहीं कर रहे।
तेजस्वी तोमर ने कहा कि उन्हें पहले ऋण राशि का आंशिक रिफंड मिला था, नियमों के अनुसार आंशिक रिफंड को बैंक खातों में जमा करना अनिवार्य है। उन्होंने कलेक्टर से अनुरोध किया कि उनके ऋण पर डिफॉल्टर घोषित होने से बचने के लिए नो ड्यूज सर्टिफिकेट जारी किया जाए, यह देखते हुए कि उनका ऋण उनके नाम पर पंजीकृत है और भुगतान में चूक करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है। इस प्रकार, निधियों के शीघ्र जमा की सराहना की जाएगी।