आंखों की रोशनी बढ़ाता है रसोई में रखा ये मसाला जानिए कैसे…
सब्जी के व्यंजनों में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाला मसाला करी पत्ता है।इस व्यंजन को इसके दिलकश स्वाद के लिए व्यापक रूप से सराहा जाता है, जो इसे खाने वाले सभी लोगों द्वारा पसंद किया जाता है।यह मसाला कई स्वास्थ्य लाभों का दावा करता है और विभिन्न चिकित्सा स्थितियों में उपचारात्मक प्रभाव पाया गया है।
किचन में रखे मसाले सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।प्रत्येक मसाले का अपना अनूठा लाभ होता है।आमतौर पर इन मसालों का इस्तेमाल सब्जी के व्यंजन बनाने में किया जाता है।मसाले डालने से सब्जियों का स्वाद और आकर्षण बढ़ जाता है।साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।किचन में करी पत्ते के नाम से जाना जाने वाला एक मसाला होता है.इससे जुड़े कई फायदे हैं।लोग मटर पनीर, राजमा और छोले जैसे व्यंजन तैयार करते समय करी पत्ते का उपयोग करते हैं।आइए हम किसी के स्वास्थ्य पर करी पत्ते के विभिन्न लाभों का पता लगाने का प्रयास करें।इससे शरीर को क्या लाभ मिलता है?
ये हैं करी पत्ता के फायदे
आंखों के लिए लाभकारी
विटामिन ए आवश्यक है। करी पत्ते में भरपूर मात्रा में विटामिन ए होता है। यह आंखों की चमक बढ़ाने में मदद करता है। “मोतियाबिंद के मामलों में करी पत्ते का सेवन राहत देने के लिए जाना जाता है।”
लिवर में फायदेमंद
शराब, तैलीय भोजन और जंक फूड के अधिक सेवन से लीवर को नुकसान हो सकता है।यकृत अपनी वसा सामग्री में अनावश्यक वृद्धि से गुजरता है।करी पत्ते का सेवन लिवर की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।एशियन जर्नल ऑफ फार्मास्यूटिकल्स में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, करी पत्ते का सेवन विभिन्न प्रकार के ऑक्सीडेटिव तनाव के खिलाफ लीवर पर सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकता है।यह लिवर से विषाक्त पदार्थों को निकालने का कार्य भी करता है।विटामिन ए और विटामिन सी लिवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में योगदान करते हैं।
डायबिटिज नियंत्रण में रखे
रेग्यूलर करी पत्ता खाने से डायबिटीज नियंत्रण में रहती है. जर्नल ऑफ प्लांट फूड फॉर न्यूट्रिशन में प्रकाशित रिसर्च में सामने आया है कि नियमित तौर पर करी पत्ता खाने से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है. इंसुलिन सही बनता रहता है. करी पत्ते में मौजूद फाइबर शुगर को कंट्रोल करने का काम करता है. इससे टाइप टू डायबिटीज से बचे रहते हैं.
सर्दी, खांसी में देता राहत
सर्दी, खांसी और कंजेशन जैसे लक्षणों से जुड़ी समस्या होती है।कफ अधिक है.सीने में जमाव हो और साइनसाइटिस की समस्या बनी रहे तो करी पत्ते का सेवन करने से आराम मिलता है।यह यंत्र छाती में जमा कफ को बाहर निकालने का कार्य करता है।इस उत्पाद में विटामिन सी और ए के यौगिक होते हैं, अर्थात् एस्कॉर्बिक एसिड और अल्फा-टोकोफेरॉल, जो विरोधी भड़काऊ गुण प्रदर्शित करते हैं।इस काम से सीने की तकलीफ दूर होती है।
डाइजेस्टिव संबंधी समस्या सुधारने के लिए
किसी भी पाचन विकार के मामले में, करी पत्ते वाली दवा देने पर विचार किया जा सकता है।यह स्थिति कब्ज और दस्त से राहत दिलाती है।जठरांत्र संबंधी विकारों का इलाज करते हुए चयापचय में सुधार करता है।इससे मोटापा नहीं बढ़ता है।