छिंदवाड़ा: सूदखोर ने ले ली युवक की जान, 50 हजार के एवज में वसूल लिया सवा लाख का ब्याज, जानें पूरा मामला
नगर निगम में सफाईकर्मी के पद पर कार्यरत युवक ब्रजेश झा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर पुलिस को सकते में डाल दिया. जांच करने पर पता चला कि ब्रजेश ने खिरकापुरा में दो युवकों से पैसे उधार लिए थे। 10 प्रतिशत ब्याज देकर दो व्यक्तियों को सवा लाख रुपये से अधिक देने के बावजूद उन पर लगातार डेढ़ लाख रुपये से अधिक देने का दबाव बनाया जा रहा था. इस दबाव के कारण अंततः उन्हें अपने जीवन को समाप्त करने का दुखद निर्णय लेना पड़ा।
कोतवाली टीआई सुमेरसिंह जगेत के अनुसार ब्रजेश पिता छोटेलाल झा ने 11 अप्रैल को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। इसी इलाके में पत्नी व बच्चों के साथ रहने वाला ब्रजेश आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। उसने दो स्थानीय लोगों बबलू (जिसे रवींद्र बघेल भी कहा जाता है) और बंटी (जिन्हें सुरेंद्र बघेल भी कहा जाता है) से 10 प्रतिशत की ब्याज दर पर पचास हजार रुपये उधार लिए थे। वह उन दोनों को ब्याज चुकाने में सफल रहा, लेकिन एक लाख तीस हजार रुपये भी दे दिए।
उपरोक्त घटना के बावजूद, रवींद्र बघेल और सुरेंद्र बघेल ने पीड़िता को एक लाख अस्सी हजार रुपये की भारी राशि वापस करने के लिए मजबूर करना जारी रखा, शारीरिक रूप से मारपीट करने और उसे अपने घर में ही डराने-धमकाने की हद तक जा रहे थे। स्थिति 10 अप्रैल को और बढ़ गई, जब पीड़ित को एक और धमकी दी गई, अंतत: उसके दुखद निधन के कारण उसने खुद को फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पुलिस ने सुरेंद्र बघेल और रवींद्र बघेल के खिलाफ धारा 294, 506, 306 भादवि, और 3/4 देनदार संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। नतीजतन, दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।