ग्वालियर में भागा नाबालिग गिरफ्तार, एक को लेकर मां खुद पहुंची; तीन की तलाश
ग्वालियर में बाल संप्रेक्षण गृह से भागे पांच बाल अपचारियों में से दो को पकड़ लिया गया है। दोनों अपचारी अपने घर पहुंच गए थे। एक को पुलिस ने घर से ही पकड़ा, जबकि दूसरे को उसकी मां खुद सुधार गृह छोड़ गई। 3 बाल अपचारियों की तलाश की जा रही है।
सीएसपी राजीव जंगले ने बताया, पांचों नाबालिग एक हफ्ते से साथ नजर आ रहे थे। किसी को भनक भी नहीं लगी कि ये भागने की प्लानिंग कर रहे हैं, क्योंकि पांचों एक ही रूम रहते थे। प्लानिंग के तहत नाबालिग रात में बारी-बारी से बाथरूम में जाते और यहां के वेंटिलेशन को थोड़ा-छोड़ा खोदते। वे ये काम बिना आवाज किए करते थे।
गुरुवार रात को वे अपने काम में सफल हो गए। नाबालिगों ने वेंटिलेशन में लगी ग्रिल निकाल ली। इसके बाद गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात 3 से 5 बजे के बीच एक-एक कर भाग निकले। शुक्रवार सुबह करीब सवा 6 बजे जब अन्य बाल अपचारी बाथरूम गए, तब मामले का पता चला। यहां कुल 12 बाल अपचारी रह रहे थे।
पुलिस अफसरों का कहना है कि इतनी कम उम्र में बाल अपचारियों का दिमाग इतना शातिर होगा, सोचा नहीं था। पुलिस सुधार गृह के अंदर लगे CCTV कैमरे के फुटेज खंगाल रही है।
भागने वाले वाले बाल अपचारियों की प्रोफाइल
आरोपी 1: निवासी – जनकगंज ग्वालियर। उम्र- 16 वर्ष
नाबालिग और उसके पिता स्मैक तस्करी करते थे। 2 से 3 बार पुलिस ने पिता को पकड़ा तो लगा कि पास रहने वाला एक व्यक्ति उनकी मुखबिरी कर रहा है। उसे घर बुलाकर हत्या कर दी। फिर पड़ोसी से बका मांगकर लाए। शव के 50 से ज्यादा टुकड़े किए और नाले में फेंक दिए। एक महीने बाद धड़ मिला तब मामले का खुलासा हुआ।
आरोपी-2: निवासी – अमायन, भिंड। उम्र- 16 वर्ष
बाल सुधार गृह से भागने वाले दूसरे आरोपी ने ग्वालियर थाना क्षेत्र में साल 2022 में एक घर में घुसकर चोरी की थी। इस मामले में वह मुख्य आरोपी है।
आरोपी 3: निवासी – सिरोल। उम्र- 17 साल 11 माह
बाल सुधार से भागने वाला तीसरा आरोपी शातिर नकबजन है। ये मुरार में एक सूने घर के ताले चटकाकर लाखों रुपए की चोरी में माहिर है। पुलिस ने इसे 6 महीने पहले ही पकड़ा था।
आरोपी 4: निवासी – राजगढ़। उम्र- 16 वर्ष
बाल सुधार गृह से भागने वाले चौथे आरोपी को भितरवार थाना क्षेत्र से कुछ महीने पहले वाहन चोरी के केस में पकड़ा था। वहां से इसे पकड़ने के बाद बाल न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे बाल संप्रेक्षण गृह में भेजा गया था।
आरोपी 5: निवासी – मुरैना। उम्र- 14 वर्ष
बाल सुधार गृह से भागने वाला पांचवां आरोपी पलक झपकते ही वाहन चोरी कर ले जाता है। ये ग्रुप में सबसे शातिर आरोपी है।
मां खुद बेटे को लेकर सुधार गृह पहुंची
पुलिस फरार बाल अपचारियों की तलाश कर ही रही थी कि शुक्रवार को एक नाबालिग की मां वहां पहुंच गई। बेटे को सुधारगृह से फरार होने की सूचना पर वह रोने लगी। इस पर मौजूद सीएसपी राजीव जंगले ने अपचारी की मां को समझाया। भावनात्मक रूप से दी गई समझाइश पर अपचारी की मां शांत हुई और अपचारी के घर पहुंचने पर उसे वापस लाने का भरोसा देकर चली गई।
शाम को इस अपचारी को उसकी मां संप्रेक्षण गृह में लेकर पहुंची। यह अपचारी दोपहर में घर पहुंचा था। पुलिस भी इस पर निगरानी कर रही थी। घर पर मां ने बेटे को खाना खिलाकर समझाने के बाद सुधार गृह के अधिकारियों को सौंप दिया।
6 महीने में बाल अपचारियों के भागने की दूसरी घटना
बाल संप्रेक्षण गृह से बाल अपचारियों के भागने का यह छह महीने में दूसरा मामला है। इससे पहले 25 जनवरी 2024 की सुबह छह बाल अपचारी मैदान में खेलते समय दीवार कूदकर भाग गए थे। एक आरोपी को गार्ड और रसोइया ने मौके से पकड़ लिया था, लेकिन पांच आरोपी भागने में सफल रहे थे। उस घटना के बाद से दीवार पर ऊंचे ऊंचे कांटे वाले तार लगा दिए गए हैं। साथ ही पेड़ों को भी तारों से लपेट दिया गया है।