चीन बायोलैब वायरस लीक: क्या फिर से आएगा कोरोना से भी बड़ा खतरा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईईवी) एक दशक से अधिक समय से चमगादड़ों में कोरोना वायरस का अध्ययन कर रहा है। यह संस्थान वेट मार्केट से 40 मिनट की ड्राइविंग दूरी पर स्थित है।
चीन के वुहान में COVID-19 की खोज अब तीन वर्षों से अधिक समय से ज्ञात है। इसके बावजूद, यह रहस्य अनसुलझा है कि यह पहली घटना कहां से उत्पन्न हुई। हाल ही में, ऐसे दावे किए गए हैं कि COVID-19 महामारी एक चीनी प्रयोगशाला में रिसाव से उत्पन्न हुई है। इस अवधि के दौरान, FBI के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि COVID-19 चीनी सरकार के नियंत्रण वाली एक प्रयोगशाला से लीक हुआ था।
हालाँकि, यह FBI की पहली सार्वजनिक पुष्टि है कि महामारी वायरस कैसे फैला है। इसके बाद, चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर राजनीतिक आक्रामकता का आरोप लगाया। वैज्ञानिकों को संदेह है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति मध्य चीन में स्थित वुहान शहर की एक प्रयोगशाला से हुई होगी। यह वही स्थान है जहां वायरस संचरण का पहला मामला प्रलेखित किया गया था।
“चमगादड़ में कोरोनावायरस पर शोध अध्ययन।”
रिपोर्ट के अनुसार, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIEV) एक दशक से अधिक समय से चमगादड़ों में कोरोनावायरस पर शोध कर रहा है। यह संस्था वेट मार्केट से 40 मिनट की ड्राइव पर स्थित है, जहां शुरुआती प्रकोप हुआ था। यह काफी आश्वस्त करने वाला है कि इस संदेह को विश्वास में बदलने के लिए कोरोना वायरस का रिसाव चीन की एक प्रयोगशाला से हुआ, जो सरकार की निगरानी में काम कर रही थी।
प्रयोगशाला में एक खतरनाक वायरस मौजूद होने की सूचना मिली।
एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 27 देश प्रयोगशाला में रासायनिक परीक्षण के जरिए खतरनाक वायरस तैयार करते हैं। डॉ. फिलिपा और डॉ. ग्रेगरी ने अपनी रिपोर्ट में एक खतरनाक वायरस वाली प्रयोगशाला के संबंध में चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में कुल 69 लैब मौजूद हैं। इक्यावन प्रयोगशालाएँ वर्तमान में चालू हैं जबकि पंद्रह अन्य में संचालन शुरू करने की तैयारी चल रही है। इस प्रकार की प्रयोगशाला को बीएसएल-4 कहा जाता है। इन प्रयोगशालाओं में संभावित रूप से खतरनाक विषाणुओं को सुरक्षित रूप से संग्रहित किया जाता है।
दुनिया में प्रयोगशालाओं की संख्या।
रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप दुनिया में सबसे अधिक प्रयोगशालाओं की मेजबानी करता है। यहाँ लगभग 26 प्रयोगशालाएँ स्थित हैं। एशिया में बीस प्रयोगशालाएँ स्थित हैं। अफ्रीका में कुल 15, ऑस्ट्रेलिया में 3, दक्षिण अमेरिका में 4 और संयुक्त राज्य अमेरिका में 1 प्रयोगशालाएँ हैं। एशिया में लगभग 11 प्रयोगशालाएँ स्थापित करने की योजना चीन, भारत, कजाकिस्तान, ताइवान, फिलीपींस, सऊदी अरब, सिंगापुर और जापान सहित कई देशों में लागू की जानी है।