तुर्की-सीरिया भूकंप में मृतकों की संख्या 15 हजार के पार, राष्ट्रपति बोले- इतनी बड़ी आपदा के लिए तैयार रहना संभव नहीं
Turkey Syria Earthquake:
तुर्की-सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप की वजह से हजारो लोग जान गावं चुके है जिसमे मरने वालों की संख्या 15000 से ऊपर पहुंच गई है।हॉस्पिटल घायलों से भरे है दोनों देशों में रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। भारत सहित दुनिया के कई देशों की रेस्क्यू टीम वहां हताहतों की सहायता करने में लगी हुई है।
तुर्की और सीरिया भूकंप : गल्फ कंट्री तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15000 से अधिक हो गई है। तुर्की में 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान किया गया है. यहां सभी स्कूलों को 13 फरवरी तक बंद कर दिया गया. इतना ही नहीं सभी सरकारी इमारतों को शेल्टर होम बनाया गया है. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने बताया कि अब तक 70 देश और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं. उन्होंने कहा कि यह तुर्की ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ी आपदा है. तुर्की में 10000 कंटेनर को शेल्टर बनाने की तैयारी की गई है. भारत से अभी तक ऑपरेशन दोस्ती के तहत एनडीआरएफ की छठी टीम तुर्की पहुंच चुकी है। जो अलग-अलग इलाकों में तुर्की की सेना और स्थानीय टीम के साथ मिलकर मानवता को बचाने की कोशिश में जुटी है।
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अब तक 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौत इस प्राकृतिक आपदा की वजह से हो चुकी है। हजारों लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं और हॉस्पिटल घायलों से पटे पड़े हैं। लोगों को हॉस्पिटलों में जगह मिलने में भी मुश्किल हो रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है और मौसम की वजह से उसमें भी खलल पड़ रहा है। गौरतलब है कि सोमवार को तुर्की और सीरिया में 7.8 की तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसमें हजारों इमारतें जमीदोंज हो गईं और हजारों लोगों की जान चली गई।
भारत से रेस्क्यू की छह टीमें तुर्की पहुंची
तुर्की पहुंची भारतीय मदद के बारे में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि तुर्की में आए भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारत छह टीमें भेज चुका है। इसमें NDRF बचाव दल की 4 और मेडिकल सहायता के लिए 2 टीमें हैं। सभी आवश्यक उपकरण भी भेजा जा रहा है। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर राहत टीम को रवाना करने के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री कहा तुर्की में एक क्षेत्र अस्पताल भी खोला जा चुका है।
तुर्की के राष्ट्रपति बोले- इतनी बड़ी आपदा के लिए तैयार रहना असंभव है
इधर सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप में लगातार बढ़ रही मौतों और सरकार की प्रतिक्रिया पर निराशा के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने बुधवार को कहा कि इतनी बड़ी आपदा के लिए तैयार रहना संभव नहीं था, हालांकि मीडिया रिपोटरें में अब कहा जा रहा है कि स्थिति नियंत्रण में है। राष्ट्रपति ने कहा, यह एकता, एकजुटता का समय है। इस तरह के दौर में, मैं राजनीतिक हित के लिए नकारात्मक अभियान चलाने वाले लोगों का पेट नहीं भर सकता।
तुर्की का कहमनमारस शहर बुरी तरह से हुआ तबाह
तुर्की में भूकंप से मरने वालों की आधिकारिक संख्या बढ़कर 12000 से अधिक हो गई है। बुरी तरह प्रभावित शहर कहमनमारस का दौरा करते हुए, उन्होंने निवासियों से कहा कि बचाव का प्रयास अब नियंत्रण में और आसान हो रहा है, क्षतिग्रस्त सड़कों और हवाई अड्डों पर सरकार की प्रतिक्रिया में शुरुआती देरी को जिम्मेदार ठहराते हुए आपातकालीन सहायता की डिलीवरी में बाधा उत्पन्न हुई।