Digvijay Singh ने लिखा CM मोहन यादव को पत्र, अतिथि शिक्षकों के नियमित होने को लेकर किया प्रश्न
मध्यप्रदेश में लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे अतिथि शिक्षक एक बार फिर से आंदोलित नजर आ रहे हैं (Digvijay Singh)। एक साल पहले 3 सितंबर 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में अतिथि शिक्षक पंचायत में अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण का ऐलान किया था।
वादा पूरा नहीं होने पर सोमवार को अतिथि शिक्षक मप्र में रैलियां निकाल रहे हैं। वहीं, 5 सितंबर को भोपाल में करीब 70 हजार अतिथि शिक्षक तिरंगा यात्रा निकालेंगे। पूर्व सीएम Digvijay Singh ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 6 साल पहले अतिथि शिक्षकों के समर्थन में तत्कालीन मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र X पर शेयर करते हुए गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की मांग की है।
Digvijay Singh ने X पर शेयर किया लेटर
Digvijay Singh ने डॉ. मोहन यादव द्वारा लिखे गए पत्र को शेयर किया है। लिखा- डॉ. मोहन यादव जब आप विधायक थे, तब आप अतिथि शिक्षकों के पक्ष में सीएम को पत्र लिखते थे। अब प्रभु कृपा से आप खुद सीएम है, तो अतिथि शिक्षकों का अनुभव व योग्यता के आधार पर नियमित करने की कृपा करें।
अब पढ़िए मोहन यादव ने 6 साल पहले पत्र में क्या लिखा था
15 मार्च 2018 को डॉ. मोहन यादव ने तत्कालीन मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। पत्र में लिखा था अतिथि शिक्षक संगठन समिति जिला उज्जैन म.प्र. द्वारा ज्ञापन प्रस्तुत कर निवेदन किया है कि प्रदेश में वर्तमान में कार्यरत अतिथि शिक्षक 8 से 10 वर्षों से निरंतर पूर्ण निष्ठा से अध्यापन एवं अन्य अनुषांगिक कार्य कर रहे हैं। वर्ग-1 अतिथि शिक्षकों को 4500 रुपए वर्ग-2 अतिथि शिक्षकों को 3500 रुपए और वर्ग-3 को 2200 रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है, जो कि दैनिक मजदूरी की तुलना में भी कम है।
इनकी लम्बी सेवा अवधि एवं इन्हें संविदा शिक्षक बनाए जाने की कार्यवाही अपेक्षित है। संघ द्वारा मुझे इस संबंध में जो ज्ञापन दिया गया है, वह पत्र के साथ प्रेषित कर रहा हूं। कृपया ज्ञापित तथ्यों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर अतिथि शिक्षकों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए मांगों के निराकरण हेतु यथावश्यक निर्देश प्रसारित करने का अनुरोध करता हूं।(Digvijay Singh)
पीसी शर्मा ने लिखा- कुछ करने का मौका मिला है, तो कीजिए
विधायक रहते मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अतिथि शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा करते थे। मुख्यमंत्री बनते ही वह पत्र को भी भूल चुके हैं। अतिथि शिक्षकों की चिंता करना भी छोड़ दी है…। अब जब कुछ करने का अवसर मिला है, तो करिए जनाब।(Digvijay Singh)
एक साल पहले शिवराज ने की थी नियमितीकरण की घोषणा
3 सितंबर 2023 को भोपाल के शिक्षकों की भर्ती में अतिथि शिक्षकों के लिए सिर्फ 25 प्रतिशत का आरक्षण था। इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर रहे हैं। क्योंकि, जो पढ़ा रहे हैं जो अनुभवी हैं वर्षों का व्यवहारिक ज्ञान जिन्हें है, वो बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ा सकेंगे। ये व्यवस्था अगली भर्ती जैसे ही होती है इसे हम तत्काल लागू करने का काम करेंगे। अतिथि शिक्षकों को उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक बोनस के रूप में दिए जाएंगे, ताकि अधिकतम उनका चयन हो सके।
आप पढ़ाने का काम कर रहे हैं लेकिन, मान और सम्मान के साथ पढ़ाएं। एक मैं ये भी तय कर दूंगा कि जैसे नियमित पढ़ाने वालों को वेतन मिलता है। अब चूंकि निश्चित तारीख पर सबको मानदेय मिल जाए। गुरुजी की तरह एक योजना बनाऊंगा, जिसमें पात्रता परीक्षा लेकर हम अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में आगे बढ़ सकें। जब गुरुजी के लिए किया है आरटीई के अंतर्गत डीएड, बीएड वाली बाध्यताएं हम रिलेक्स नहीं कर सकते लेकिन उसको छोड़कर मेरी इच्छा है कि तुम सब नियमित हो जाओ और बच्चों को पढ़ाओ।(Digvijay Singh)
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