ग्वालियर: B.Ed फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा में सुचिता की जगह बैठी पूजा, 25 हजार में हुई थी डील
ग्वालियर B.ED में महिला सॉल्वर पकड़ी गई थी। ईडी के लिए प्रथम सेमेस्टर परीक्षा। स्थानीय साइंस कॉलेज के कक्ष संख्या 33 में भारत में शिक्षा की स्थिति, मुद्दों और चुनौतियों पर एक पेपर प्रस्तुत किया जा रहा था। उम्मीदवार का आधार कार्ड और रोल नंबर उस समय तक केंद्र के निदेशक को दिखाई नहीं दे रहे थे। दोनों की बेमेल फोटो थी। परीक्षार्थी से पूछताछ की तो वह भड़क गई।
चेहरे पर पसीना आ गया। जब जांच की तो पता लगा कि वह सॉल्वर है और बेगू सराय बिहार से सुचिता कुमारी के बदले B.ED की परीक्षा देने आई है। इसके लिए उसने 25 हजार रुपए लिए हैं। फर्जी परीक्षार्थी और उसके भाई को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सॉल्वर B.ED की पहली परीक्षा सफलतापूर्वक दे भी चुकी थी, लेकिल बुधवार को दूसरी परीक्षा में पकड़ी गई।
ग्वालियर में NHM संविदा स्टाफ नर्सिंग भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कांड अभी पूरी तरह सुलझा भी नहीं था कि अब B.ED फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा में लेडी सॉल्वर पकड़े जाने से सनसनी फैल गई है। पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि ग्वालियर के झांसी रोड स्थित साइंस कॉलेज में B.ED की परीक्षा चल रही थी।
बुधवार को भारत में शिक्षा की स्थिति, मुद्दों और समस्याओं पर एक शोधपत्र प्रस्तुत किया गया। कमरा 33 में परीक्षा कराई जा रही थी। परीक्षा में छात्रों का पूरा समय लग रहा था। परीक्षा प्रभारी प्राध्यापक को उस समय संदेह हुआ जब छात्रा सुचिता कुमारी ने उसी समय रोल नंबर 221037627 के तहत परीक्षा देनी शुरू की। रोल नंबर की दोबारा जांच करने पर परीक्षार्थी के हस्ताक्षर और फोटो अलग-अलग पाए गए। और उम्मीदवार का आधार कार्ड। उसके बाद जब परीक्षार्थी को पकड़कर पूछताछ की गई तो पता चला कि गिरफ्तार युवती सुचिता कुमारी असल में जबलपुर की रहने वाली बेगू सराय, बिहार की पूजा कुमारी थी.
वास्तव में वह महिला सॉल्वर थी जो सुचिता के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। साथ ही उसने सुचिता के सिग्नेचर की भी नकल की थी। उसके बाद पूछताछ में पता चला कि वह अपने भाई अभिषेक जायसवाल के साथ परीक्षा देने आई थी। भाई के कहने पर ही परीक्षा दी। पूजा के भाई अभिषेक को भी परीक्षण सुविधा के बाहर पकड़ा गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया। साइंस कॉलेज के केंद्र अध्यक्ष डॉ. आरके खरे की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पूजा और उसके भाई के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.
बिहार से 25 हजार रुपए में परीक्षा देने आया सॉल्वर।
असली प्रत्याशी सुचिता कुमारी के पति श्रीचंद्र राय सेना में सिपाही हैं और बबीना फिलहाल उत्तर प्रदेश के झांसी में तैनात हैं, पूछताछ में इसका पता चला. पूजा कुमारी, सॉल्वर, और उसका भाई अभिषेक दोनों बेगू सराय, बिहार से हैं, जहाँ वे मूल रूप से रहते हैं। अभिषेक सेना का सदस्य था। परीक्षा देने के लिए अपनी पत्नी का उपयोग करने के बजाय, उसने अभिषेक की बहन पूजा का उपयोग करने के लिए 25,000 रुपये चार्ज करने का प्रस्ताव दिया था। जिसे पूजा सॉल्वर ने बिहार से ग्वालियर तक का सफर तय किया। यहां गेस्ट हाउस था।
लेडी सॉल्वर की प्रोफ़ाइल क्या है।
फर्जी रूप से B.ED की परीक्षा देते हुए पकड़ी गई लेडी सॉल्वर के बारे में पता लगा है कि वह खुद D.ED पास है। वह भी फर्स्ट क्लास नंबरों के साथ। यही कारण है कि सुचिता के पति ने सॉल्वर के भाई से 25 हजार रुपए में सॉल्वर बनने की डील की थी। अब पुलिस पता लगा रही है कि पकड़ी गई लेडी सॉल्वर पहले भी किसी के बदले परीक्षा में बैठ चुकी है या नहीं।
एक पेपर दे भी चुकी थी
साइंस कॉलेज की महिला सॉल्वर पूजा कुमारी को B.ED के दूसरे पेपर में खोजा गया था। बुधवार को ईडी फर्स्ट सेमेस्टर, जबकि सॉल्वर इससे पहले B.EDके पहले पेपर में 27 फरवरी को चाइल्डहुड एंड ग्रोइंग अप में देखा गया था। ईडी प्रथम सेमेस्टर। उसने उस दिन अपने जाली हस्ताक्षर करवाकर आसानी से परीक्षा पास कर ली। इस कारण पुलिस के पास यह मानने का कारण है कि गिरफ्तार की गई महिला सॉल्वर ने पहले सॉल्वर के तौर पर परीक्षा दी थी।
पुलिस का कहना
साइंस कॉलेज में B.ED की परीक्षा के दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ी है। उसे उसका भाई 25 हजार में परीक्षा दिलाने लाया था। सॉल्वर व उसके भाई को हिरासत में ले लिया गया है। मामला दर्ज कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है।