होली 2023: महाकाल के दरबार में भक्तों ने खेली फूलों की होली अभिभूत हुए भक्त
उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी के अनुसार वर्ष 2023 में होली का पर्व पिछले वर्ष के एक क्विंटल के स्थान पर 40 क्विंटल फूलों से मनाया गया.
भगवान महाकाल के दरबार में भस्म आरती के दौरान भक्त और भगवान के बीच फूलों की होली खेली गई। यह शानदार नजारा साल में एक बार ही दिखाई देता है। इस बार महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं, पंडितों व पुजारियों द्वारा 40 क्विंटल फूल बांटे गए। भगवान के साथ होली खेल ने अनुयायियों को आशीर्वाद दिया।
40 क्विंटल फूलों का ऑर्डर था।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में तीसरे नंबर पर दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर का नाम आता है.दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दरबार में ऐसी परंपराएं हैं जो अपने आप में अद्भुत हैं.भगवान महाकाल के दरबार से ही हर त्यौहार की शुरुआत होती है.राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार में सोमवार की सुबह भस्म आरती के दौरान फूलों की होली खेली गई.
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिलीप गुरु के अनुसार पारंपरिक रूप से एक क्विंटल फूलों से होली मनाई जाती रही है, लेकिन इस साल मंदिर समिति के श्रद्धालुओं, पंडितों और पुरोहितों के उत्साह से प्रेरित होकर श्रद्धालुओं ने 40 क्विंटल फूलों की होली खेली. . यह रिवाज महाकालेश्वर मंदिर के लिए अद्वितीय है। आधे घंटे तक चले होली के खेल में भक्त झूम उठे
भगवान महाकाल का श्रृंगार
फूलों की होली के पहले भगवान महाकाल का अद्भुत श्रृंगार किया गया.भगवान महाकाल को दूध,दही और फलों के रस से स्नान कराया गया.इसके बाद भगवान महाकाल का भांग,सूखे मेवे से श्रृंगार हुआ. इसके बाद भव्य भस्म आरती हुई.भस्म आरती में शामिल होने आई दिल्ली की कविता सिंह ने बताया कि उन्हें मंदिर की भस्म आरती में शामिल होने की अनुमति नहीं मिल पाई थी, लेकिन बड़ी स्क्रीन पर जब भक्त और भगवान के बीच उन्होंने होली देखी तो उन्हें भी अद्भुत आनंद की अनुभूति हुई.भगवान महाकाल के दरबार की परंपराएं अनूठी ही नहीं बल्कि भक्तों को आकर्षित करने वाली हैं.