मध्य प्रदेश में किसानों की बढ़ रही मुश्किलें, मूंग की खेती पर अटके 2 करोड़ से अधिक रुपये (MP Farmer)
श्योपुर। मध्य प्रदेश में मूंग किसानों की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। (MP Farmer) प्रदेश के हजारों किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेची गई फसल का भुगतान अभी तक नहीं मिला है, जिससे वे परेशान हैं।
मूंग की खरीदी बंद हुए 15 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी तक सैकड़ों किसानों को अभी तक भुगतान नहीं मिला है। जिससे किसान परेशान हो रहे हैं। जिले में किसानों का 2 करोड़ से अधिक भुगतान बकाया है।
बता दें कि जिले में 5 अगस्त को ही मूंग की खरीदी बंद हो गई, लेकिन इसके बाद लगभग एक पखवाड़ा बीता गया है। बाजवूद इसके 72 किसान भुगतान से वंचित है। जबकि नियमानुसार फसल बेचने के 5 दिन में किसान को भुगतान हो जाना चाहिए।
ऐसे में अब किसान परेशान हैं। वहीं किसानों (MP Farmer) के पास परिवार चलाने का एक मात्र साधन कृषि ही है। वह इसमें महनत करता है, लागत लगाता है, फसल उगाता है और फिर फसल बेचकर परिवार चलाता है। भुगतान अभाव में कई किसान अपने बच्चों की स्कूल फ तक नहीं भर पा रहे है। किसानों ने सेसाइटी प्रबंधक के चक्कर काट रहे हैं।
जिले में 332 किसानों ने बेचा 8 करोड़ का मूंग (MP Farmer)
प्रदेश सरकार ने 26 जून से 5 अगस्त तक समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद की। इसके तहत जिले में 3 खरीद केंद्र बनाए गए थे। जिन पर 332 किसानों ने 9 लाख 68 हजार 910 क्रिविटल मूंग बेचा। जिसके एवज में किसानों को 8 करोड़ 29 लाख रुपए से अधिक का भुगतान किया जाना था, लेकिन अभी तक 260 किसानों को 5 करोड़ 82 लाख रुपए का भुगतान हो पाया है। ऐसे में अभी एक सैकड़ा से अधिक किसानों को 2 करोड़ से अधिक का भुगतान अटका हुआ है।(MP Farmer)
इन केंद्रों पर हुई थी मूंग की खरीदी
सहकारी संस्था श्योपुर, सेवा सहकारी संस्था कनापुर, सेवा सहकारी संस्था सोईकलां, वृहत्ताकार सहकारी संस्था उतनवाड, सेवा सहकारी संस्था मानपुर, वृहत्ताकार सहकारी संस्था बडौदा, वृहत्ताकार सहकारी संस्था फिलोजपुरा, विपणन सेवा सहकारी संस्था कराहल, विपणन सेवा सहकारी संस्था विजयपुर पर खरीदी की गई थी।
एक सैकड़ा करीब किसानों का 2 करोड़ से अधिका भुगतान शेष है, जिसके लिए प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही किसानों को भुगतान हो जाएगा।
– दिनेशचंद गुप्ता, नोडल अधिकारी, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक श्योपुर
नर्मदापुरम में भुगतान के लिए भटक रहे किसान
नर्मदापुरम समेत प्रदेश के 32 जिलों में ग्रीष्मकालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी हुई है। मूंग बेचने के 25 दिन बाद भी किसानों को भुगतान नहीं हो पाया है। किसान भुगतान के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। जिले में 14 सौ करोड़ रुपए की मूंग खरीदी गई है। जिसमें से अभी तक 40 फीसदी किसानों को 564 करोड़ रुपए का भुगतान बाकी है।(MP Farmer)
जिले में मूंग की समर्थन मूल्य खरीदी के लिए 110 केन्द्र बनाए गए थे। जहां से 1 लाख 73 हजार मीट्रिक टन मूंग किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी गई थी। ये लगभग 14 सौ करोड़ रुपए की है। इसका भुगतान किसानों को 10 से 12 दिन में हो जाना था। लेकिन, एक महीने बाद भी लगभग 40 प्रतिशत किसानों के खातों में 564 करोड़ रुपए का भुगतान बाकी है।
किसानों (MP Farmer) का कहना है कि भुगतान नहीं होने के कारण आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दवाएं और खाद आदि की खरीदी के लिए कर्ज लिया था। भुगतान नहीं होने से किसान कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं।
कृषि मंत्री से सांसद ने की जल्द भुगतान कराने की मांग
भुगतान न होने से नर्मदापुरम सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने भी केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनके घर पर मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री चौहान से किसानों की समस्या बताते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बेची गई ग्रीष्मकालीन मूंग के शेष भुगतान कराने की मांग की। केंद्रीय मंत्री चौहान ने शीघ्र ही शेष किसानों के खाते में मूंग का भुगतान पहुंचने का आश्वासन दिया।(MP Farmer)
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