इंदौर: दांत की बीमारी से परेशान युवती ने किया सुसाइड पुलिस कर रही जांच
इंदौर के एमआईजी क्षेत्र की एक लड़की ने दुर्भाग्य से अपनी जान दे दी। वह छह महीने से दांत दर्द से जूझ रही थी और उसका इलाज करा रही थी। पिछले शनिवार को काम से घर आने के बाद उसने अपने भाई को फोन किया और फिर दुखद तरीके से अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
एमआईजी पुलिस ने कहा कि नदिया नगर में कुछ हुआ है। ज्ञानंदा, जो कि राकेश मालवीय की 25 वर्षीय बेटी है और वहीं रहती है, ने अपने घर में फांसी लगा ली। उसके परिजनों ने रात में पुलिस को बताया। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली लेकिन सुसाइड नोट नहीं मिला। उन्होंने ज्ञानानंद का फोन ले लिया।
दांत का चल रहा था ट्रीटमेंट
ज्ञानानंद के बहनोई परमशीष ने कहा कि वह अपने दांत ठीक करवा रहे हैं। जाहिर तौर पर, ज्ञानंदा अपने दांतों को लेकर भी बहुत चिड़चिड़ी रहती थीं। डॉक्टरों ने कुछ दांत निकाल लिए, लेकिन उन्हें अभी भी दर्द के लिए सालों तक दवा खानी पड़ती है। और जो दांत बचे हैं वे भी मोफो की तरह चोटिल हो जाते हैं। इसलिए, वह शायद दर्द दूर करने के लिए ऐसा कर रहा है।
माता-पिता आगरा में
ज्ञानंदा के पिता एक दर्जी हैं और उनका छोटा भाई उनकी मदद करता है। उसकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और उसके पति ने बताया कि उसके माता-पिता एक पारिवारिक कार्यक्रम में आगरा गए थे। जब ज्ञानन्दा के भाई ने स्थिति के बारे में सुना, तो वह जल्दी से इंदौर के लिए रवाना हो गए। ज्ञानंदा की बहन और उसका बेटा रात में उससे मिलने आए और फिर अपने भाई और उसके पति परमशीष को सूचित किया। परमशीष ने सीपीआर के साथ ज्ञानंदा को पुनर्जीवित करने की कोशिश की लेकिन वह अनुत्तरदायी था, इसलिए वे उसे अपोलो अस्पताल ले गए। दुर्भाग्य से वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।