सतना: मैहर रेप केस पर भड़के कमलनाथ, ‘मध्यप्रदेश में नहीं बची कानून-व्यवस्था, अपराधी हैं बेखौफ’
पीसीसी चीफ कमल नाथ, भाजपा सत्तारूढ़ दल की आलोचना कर रहे हैं क्योंकि मध्य प्रदेश के मैहर में एक 11 वर्षीय मासूम के साथ हुए दुष्कर्म का मामला सामने आया है जिस पर कमलनाथ का कहना है कि प्रदेश में पर्याप्त सुरक्षा और व्यवस्था नहीं है. राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें बहुत दुख हुआ है और उन्होंने पुलिस से कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिसने भी यह अपराध किया है उसे पकड़ा जाए और सजा दी जाए.
बता दें कि सतना जिले में स्थित मैहर में महज 11 साल की एक किशोरी अपने घर के पास से लापता हो गई थी . यह घटना गुरुवार दोपहर करीब एक बजे की है. अगले दिन शुक्रवार को जब घर लौटी तो उसकी शारीरिक और भावनात्मक स्थिति ख़राब थी । उसकी भलाई के बारे में चिंतित होकर, उसके परिवार ने तुरंत उसकी गंभीर स्थिति के पीछे के कारणों के बारे में पूछताछ की, और तब उसने अपनी आपबीती का दर्दनाक विवरण प्रकट किया। इस दर्दनाक घटना से बहुत परेशान होकर, परिवार, स्थानीय निवासियों के साथ, आधिकारिक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करने के लिए तुरंत पास के पुलिस स्टेशन पहुंचा। इस बीच बच्ची की स्थिति गंभीर हो गई, चिकित्सा पेशेवरों ने उसे आगे की जांच और उपचार के लिए रीवा जिला अस्पताल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।
दो संदिग्धों हिरासत में
इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है. इनमें से एक मैहर मंदिर प्रबंध समिति की गौशाला का कर्मचारी है. संदेहियों में से एक का नाम बढोलिया और दूसरे का नाम चौधरी बताया जा रहा है. बढोलिया मैहर मंदिर प्रबंध समिति की गौशाला का कर्मचारी है. दोनों ही संदेहियों से पूछताछ की जा रही है. बता दें कि समिति ने आरोपियो को समिति की सेवा से बर्खास्त कर दिया है.
आरोपी कोई भी बचना नहीं चाहिए
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इंटरनेट पर ट्वीट किया उन्होंने लिखा कि मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है. मन पीड़ा से भरा हुआ है. व्यथित हूं. मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए. प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाएगी. कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इस मामले में प्रदेश सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं. इनमें से कई सामने नहीं आती हैं. बच्चों के साथ बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार आज मध्यप्रदेश की छवि बन गई है. यहां कानून व्यवस्था नहीं बची है. अपराधी बेखौफ है. किसी को किसी का डर नहीं है.