Adani Group में एलआईसी के निवेश पर हो रही आलोचनाओं के बीच LIC ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए. इनमें उसका नेट प्रॉफिट तेज बढ़ोतरी के साथ 8,334.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल समान अवधि में 235 करोड़ रुपये रहा था. एलआईसी ने अडानी ग्रुप को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है
विपक्षी दलों द्वारा भारतीय स्टेट बैंक और एलआईसी के अडानी समूह को दिए गए कर्ज को लेकर लगाए जाने वाले आरोपों को देखते हुए सरकार ने संसद में बयान जारी कर इसकी सफाई दी है। जनवरी में अमेरिकी शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को अपनी सूचीबद्ध फर्मों के शेयर की कीमतों में गिरावट का सामना करना पड़ा।
LIC चेयरमैन ने कही बड़ी बात
Adani Group में निवेश नहीं घटाने के अपने बयान में एलआईसी चेयरमैन (LIC Chairman) ने कहा कि हम अडानी ग्रुप मैनेजमेंट को कभी-कभी सिर्फ बिजनेस प्रोफाइल जानने के लिए बुलाएंगे. इसके साथ ही हम इस बात की जानकारी समय-समय पर लेंगे कि समूह में किन योजनाओं पर काम किया जा रहा है और इन्हें कैसे प्रबंधित किया जा रहा है.
बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में स्टॉक में हेरफेर और अकाउंटिंग में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है और इसके चलते बार-बार सदन की कार्रवाई में बाधा पहुंची है। विपक्षी दलों ने आरोपों की जांच की मांग करते हुए सदन की कार्यवाही बाधित की है।
कितना है एलआईसी का हिस्सा
मंगलवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने कहा कि अडानी समूह की कंपनियों के तहत इक्विटी का कुल खरीद मूल्य 30,127 करोड़ था। उन्होंने कहा कि 27 जनवरी को बाजार बंद होने के समय एलआईसी का बाजार मूल्य 56,142 करोड़ था। अडानी समूह में एलआईसी का एक्सपोजर, बुक वैल्यू पर एलआईसी के कुल एयूएम का सिर्फ 0.975 फीसद है
हिंडनबर्ग रिपोर्ट से अडानी ग्रुप को भारी नुकसान
गौरतलब है कि Hindenburg की रिसर्च रिपोर्ट में अदानी ग्रुप पर फर्जी लेन-देन, शेयरों में हेरा-फेरी समेत कर्ज को लेकर भी बड़े दावे किए गए हैं. इसमें 88 सवालों के जरिए कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. 24 जनवरी 2023 को इस रिपोर्ट के पब्लिश होने के बाद से अडानी ग्रुप को 117 अरब डॉलर से ज्यादा का नुसकान हो चुका है. वहीं गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
Forbe’s Real Time Billionaires Index के मुताबिक, गौतम अडानी की कुल संपत्ति कम होकर 58.7 अरब डॉलर रह गई. इसके साथ ही वे अरबपतियों की लिस्ट में फिर से खिसककर 21वें पायदान पर पहुंच गए.
सुरक्षित हैं सभी निवेश
कराड ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य सुशील कुमार मोदी के अडानी समूह में एलआईसी की हिस्सेदारी के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। कराड ने कहा कि एलआईसी ने पुष्टि की है कि उसके निवेश के बारे में अधिकतर जानकारी पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है। कराड ने कहा कि एलआईसी के सभी निवेश बीमा अधिनियम, 1938 और आईआरडीए निवेश विनियम, 2016 के वैधानिक ढांचे के अनुसार सख्ती से किए जाते हैं और एक सटीक व्यवस्था द्वारा निर्देशित होते हैं।