मध्यप्रदेश: में सतना अनूपपुर और पन्ना में ओलावृष्टि
मध्य प्रदेश के सतना, अनूपपुर और पन्ना जिलों के कई गांवों में रविवार दोपहर तेज हवा और ओलावृष्टि हुई, जिससे खेतों में खड़ी और कटी हुई फसलों को नुकसान पहुंचा। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधि कमजोर हुई है. नतीजतन, रविवार को जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट और शहडोल में छिटपुट बारिश की संभावना है। इस बीच, भोपाल, इंदौर और उज्जैन पर बादल छाए रहेंगे। पहले इन जगहों पर ओलावृष्टि की भी आशंका जताई गई थी। अप्रैल के पहले सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता फिर से बढ़ सकती है।
मौसम विज्ञानी एच.एस. पाण्डेय, पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हुआ है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में बादल छाए रहने की उम्मीद है। ग्वालियर-चंबल में विक्षोभ तेज दिखा, लेकिन कमजोर भी पड़ा है। रविवार को सिवनी, मंडला, बालाघाट और शहडोल समेत जबलपुर और आसपास के इलाकों में छिटपुट बारिश हो सकती है। 1 अप्रैल से एक नया सिस्टम डेवलप हो रहा है, लेकिन इसकी इंटेंसिटी अभी बाकी है। हालांकि इस दौरान तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी।
पन्ना के 15 गांवों में हुई ओलावृष्टि से खड़ी फसल बर्बाद हो गई।
26 मार्च रविवार की दोपहर पन्ना जिले में तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई. अमन गंज तहसील के लगभग 15 गांवों में बड़े आकार के ओले गिरे। रिपोर्टों के अनुसार, कमटाना, जिजगाँव, झगरा, धरमपुरा, देवरी, रमनपुरा, मढ़ियाकला, सनोरा, इटोरी, मझगवां, मुखेहा, बम्बोरी, सिरिसी, पटना सुनवानी, इटोरी और मझगवां सहित कई गांवों में बड़े आकार के ओले गिरे। कुछ गांवों में ओलों का आकार आंवले के आकार का था। ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
अनूपपुर और सतना में भी बारिश के साथ गिरे ओले
अनूपपुर सहित सतना जिले के विभिन्न गांवों में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है. अनूपपुर जिला मुख्यालय के निकट देवहरा गांव में सुबह रुक-रुक कर हुई बारिश के बाद अप्रत्याशित ओलावृष्टि हुई. अनुमान है कि ओलावृष्टि से विभिन्न फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। साथ ही सतना जिले के कई गांवों में ओलावृष्टि की भी सूचना मिली है.
सतना जिले की मेहर तहसील के बुढेरुआ गांव के किसान अनूप पटेल ने बताया कि चना और मसूर की फसल पूरी हो चुकी है. वर्तमान में खेतों में गेहूं, सरसों और प्याज की फसलें लगी हुई हैं। रविवार दोपहर अचानक मौसम ने करवट बदली और तेज बारिश के साथ तेज ओलावृष्टि शुरू हो गई। करीब 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई, जिससे गेहूं खेतों में बिछ गया। अधिकांश गेहूं पक चुका था और ओलावृष्टि के कारण उसके गुच्छे टूट गए थे। ओलावृष्टि से गेहूं के डंठल टूट गए, जिससे वे खेतों में गिर गए। काफी नुकसान हुआ है, और सरकार को खेतों का सर्वेक्षण करना चाहिए और नुकसान के लिए तुरंत मुआवजा प्रदान करना चाहिए। नहीं तो किसानों की आजीविका चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
24 घंटे में कहां – कितनी बारिश
पिछले 24 घंटे में मंडला के नारायणगंज में 0.35, बीजाडांडी में 0.13, निवास में 0.09, अनूपपुर के बेनीबारी में 0.11, सिटी नॉर्थ 0.09, जैतहरी में 0.03, शहडोल के बुढ़ार में 0.07, उमरिया के पाली में 0.02 इंच पानी गिरा।
पहले ऐसा बन रहा था मौसम का मिजाज
राजस्थान के ऊपर एक चक्रवात बनने और श्रीलंका से उत्तर मध्य प्रदेश की ओर एक ट्रफ लाइन के चलने के कारण 24 मार्च से मौसम में बदलाव आया है। पहले दिन मुरैना, जबलपुर और सागर में झमाझम बारिश हुई। इसी बीच ग्वालियर-अनूपपुर में ओलावृष्टि हुई।
पहले यह था अनुमान
26 मार्च को भोपाल क्षेत्र के जिलों और नर्मदापुरम में वज्रपात की संभावना के साथ वज्रपात के संकेत मिले थे। रीवा, सागर, चंबल क्षेत्र के साथ-साथ ग्वालियर-दतिया में भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई थी। शहडोल-जबलपुर अंचल में तेज बारिश के साथ वज्रपात की भी संभावना जताई गई है। हालांकि इन जिलों में मौसम के बदलने की उम्मीद है, लेकिन गरज और भारी बारिश की संभावना अपेक्षाकृत कम है।
भोपाल में दो दिन तेज गर्मी
भोपाल में रविवार को बादल छाए रहेंगे, लेकिन 27 और 28 मार्च को तेज गर्मी पड़ने के आसार है। इससे दिन का तापमान 35 डग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, रात में तापमान 19-20 डिग्री के आसपास रहेगा। हालांकि, शनिवार को कई शहरों में तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।