मध्यप्रदेश: लाड़ली बहना योजना का आवेदन लेने सरकार खुद आएगी घर दलालो से रहे सावधान
सांसद लाड़ली बहना योजना के लिए पात्र महिलाओं की पहचान के लिए प्रशासन ने मार्च से पहल शुरू की थी। इस पहल में महिलाओं के लिए शुरू की गई सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल होने की क्षमता है।
शिवराज सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना योजना के लिए आवेदन जमा करने का समय आ गया है। इस योजना को लेकर मध्यप्रदेश के सभी जिलों में व्यापक पैमाने पर तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि इस योजना से लाभान्वित होने वाली महिलाएं, जिनमें लाड़ली लक्ष्मी एवं अन्य कार्यक्रमों की हितग्राही भी शामिल हैं, मौजूदा रिकॉर्ड को पार कर जाएंगी। इस योजना का सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि सरकार जिला प्रशासन का उपयोग घरों तक पहुंचने और लाभ प्रदान करने के लिए कर रही है।
शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टरों और अन्य अधिकारियों से जुड़े. इस दौरान लाड़ली बहन योजना में आवेदन प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत निर्देश भी जारी किए गए। उज्जैन के कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया है कि लाडली बहना योजना को लागू करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं.
उज्जैन जिला 6 लाख आवेदन जमा करने का पात्र है।
जिला प्रशासन ने 8 मार्च से योजना के लिए पात्र महिलाओं को चिन्हित कर चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू की थी। इन महिलाओं को आवश्यक मानदंड पूरा करने के बाद अपना आवेदन जमा करने की अनुमति दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि जिला प्रशासन के माध्यम से अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वयं घर-घर जाकर योजना तैयार की है.
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उज्जैन जिले से 600,000 तक आवेदन प्राप्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एमपी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी नि:शुल्क आवेदन पत्र भरे जा सकते हैं। प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कुछ दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण और अन्य प्रदान करना आवश्यक होगा।
दलालों से रहें सावधान!
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर तरह से पारदर्शी है. पात्र व्यक्तियों को सरकारी योजना का पूरा लाभ मिलेगा। आवेदन फॉर्म 30 अप्रैल तक भरे जाएंगे। निर्धारित समय सीमा से पहले आवेदन पत्र जमा करने के लिए उज्जैन जिले में एक लक्ष्य के रूप में निर्धारित किया गया है।
कलेक्टर ने इस बात पर भी जोर दिया है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए व्यक्ति किसी बिचौलिए के झांसे में न आएं। किसी बिचौलिए के सक्रिय होने की स्थिति में संबंधित व्यक्ति द्वारा इसकी सूचना महिला एवं बाल विकास अधिकारी या संबंधित थाने को भी दी जा सकती है। दलाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर रासुका के अधिकार क्षेत्र में कार्रवाई की जाएगी।
संभावना है कि एक करोड़ से अधिक आवेदन जमा किए जाएंगे।
उज्जैन जैसे छोटे जिलों में, लगभग 6,00,000 महिलाओं की पहचान की गई है, जबकि मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल जैसे बड़े जिलों में इससे भी अधिक योग्य महिलाएं हो सकती हैं। मध्यप्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ लेने के लिए लगभग एक करोड़ आवेदन प्राप्त होने का अनुमान है।
जून से पात्र महिलाओं के खातों में राशि आनी शुरू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि बजट प्रस्ताव में इस वर्ष लाडली बेटी योजना के लिए 8000 करोड़ रुपये निर्धारित किये गये हैं. ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश में 44 लाख बालिकाएं लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ उठा रही हैं। लाडली बहना योजना को मध्य प्रदेश में महिलाओं के लिए शुरू की गई सबसे बड़ी पहलों में से एक माना जा सकता है।