Morena Hospital: मुरैना में बिगड़े हालात, लंबे इंतजार के बाद भी नहीं आते सरकारी डॉक्टर, दर्द से साथ लौट जाते हैं लाचार मरीज
अंबाह सिविल अस्पताल में दो डॉक्टरों के रिटायर होने के बाद डॉक्टरों की कमी से व्यवस्थाएं बिगड़ गई हैं। सीएमएचओ के निरीक्षण के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
अंबाह-मुरैना(Morena Hospital): अंबाह सिविल अस्पताल की व्यवस्था बेपटरी हो रही है। दो डॉक्टरों के रिटायर हो जाने के बाद न ओपीडी में डॉक्टर मिले और न हीं इमरजेंसी वार्ड में उपचार मिला। इस कारण कई मरीज बिना इलाज करवाए लौट गए और निजी क्लीनिकों पर जाने को मजबूर रहे। भर्ती मरीजाें की नब्ज देखने तक के लिए कोई डॉक्टर नहीं आया। बीएमओ का कहना है कि गैर हाजिर रहे डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए सीएमएचओ को रिपोर्ट भेजी है। अंबाह सिविल अस्पताल में यह हाल शुक्रवार को दिखे, जब अस्पताल की ओपीडी में सिर्फ एक डॉक्टर मिले। दोपहर बाद बीएमओ डॉ. प्रमोद शर्मा खुद ओपीडी में बैठे, लेकिन तब तक कई मरीजों को बिना इलाज करवाए लौट चुके थे।
बीते दिनों 2 डॉक्टर हो गए रिटायर
अंबाह अस्पताल के 2 डॉक्टर बीते दिनों ही रिटायर हो गए हैं, इनमें डॉ. जीसी आर्या और डॉ. दीपक सिलावट हैं। दो डॉक्टरों के रिटायर हो जाने के बाद भी अंबाह अस्पताल में 4 डॉक्टर पदस्थ हैं, जिनमें से दो डॉ. पीपी शर्मा और डॉ. प्रदीप कपासिया शुक्रवार को छुट्टी लेकर चले गए। इसके बाद अस्पताल की पूरी व्यवस्थाएं चरमरा गई।
शुक्रवार को ओपीडी में डॉक्टर सतीश यादव आए, लेकिन मरीजों की भीड़ अधिक थी, इस कारण कई लोगों को उपचार नहीं मिला। दोपहर बाद बीएमओ डॉ. प्रदीप शर्मा खुद ओपीडी में बैठे, लेकिन इमरजेंसी वार्ड सूना पड़ा रहा। अस्पताल में भर्ती मरीजों का दोपहर 12 बजे से पहले चेकअप होना था, वह भी शुक्रवार को नहीं हुआ, इस कारण मरीज व उनके स्वजन परेशान होकर डॉक्टरों के चेंबराें के चक्कर काटते रहे। बताया गया है कि डॉ. प्रदीप कपासिया की इमरजेंसी वार्ड में दोपहर 2 बजे से ड्यूटी थी, लेकिन वह भी दोपहर बाद अस्पताल में नहीं आए।
Morena: सुधरने की जगह बिगड़े हाल
अंबाह अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं लंबे समय से बदहाल हैं। डॉक्टरों का नियमित व समय पर अस्पताल नहीं आना और प्रसूताओं से रुपये लेने तक की शिकायतें सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. पदमेश उपाध्याय ने बुधवार को ही सिविल अस्पताल अंबाह का औचक निरीक्षण किया था, लेकिन सीएमएचओ के निरीक्षण के बाद हालात सुधरने की जगह और बिगड़ गए हैं।
निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ. पदमेश उपाध्याय के सामने भी सिविल अस्पताल अंबाह के बीएमओ ने डॉक्टरों की कमी की बात कही थी, इसके बाद सीएमएओ ने खड़ियाहार अस्पताल के दो डाक्टरों की अंबाह अस्पताल में ड्यूटी लगाई थी। पहले भी खड़ियाहार के दो डाक्टरों की ड्यूटी अंबाह अस्पताल में लगाई गई, लेकिन वह अंबाह अस्पताल में सेवाएं देने नहीं आए। यह दो डॉक्टर तो शुक्रवार से अंबाह में नहीं आए, बल्कि जो पहले से डॉक्टर थे, उनमें से भी कुछ बिना किसी सूचना के गायब रहे।