MP News: ED अधिकारी बनकर बैंक अफसर को डराकर ठगे 39 लाख से ज्यादा
MP News : इंदौर में डिजिटल हाउस अरेस्ट कर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, ताजा मामला लसुड़िया थाना क्षेत्र का है, जहां 72 वर्षीय बुजुर्ग को हाउस अरेस्ट कर लाखों रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है
डिजिटल अरेस्ट कर ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस तरह की जालसाजी में अनजान,अनपढ़ ही नहीं; पढ़े लिखे लोग भी शिकार हो रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में इंदौर के रिटायर्ड बैंक अफसर को बदमाशों ने कई घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। उन पर स्काइप एप के जरिए कैमरा ऑन करके पूरी नजर रखी गई। इसी दौरान बच्चों की तस्करी में नाम आने की धमकी दी, फिर ईडी से गिरफ्तारी के नाम पर डराया। इसके बाद 39.60 लाख रुपए ठग लिए। ये पैसा अलग-अलग अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर कराया।
MP News: पीड़ित ने यह बताई कहानी
पुलिस ने बताया कि गुरुवार को इस मामले में केस दर्ज किया है। महालक्ष्मी नगर के सन सिटी में रहने वाले राकेश कुमार गोयल वर्ष 2012 में बैंक से रिटायर हुए। उन्होंने पुलिस को बताया कि 11 जुलाई को उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को मुंबई के अंधेरी थाने का जवान बताया और कहा कि तुम्हारे खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में वारंट जारी हुआ है।
ED अफसर बनकर बदमाशों ने की बात
इसके बाद कॉलर ने कहा कि मैं तुम्हारा कॉल ईडी ऑफिस में ट्रांसफर कर रहा हूं। कुछ देर बाद दूसरे लोगों ने मुझसे बात की। मुझे कहा गया कि मेरी आईडी से एक नया बैंक अकाउंट ओपन किया गया है। उसके द्वारा 8 करोड़ 20 लाख रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है। मामला इसलिए काफी गंभीर है क्योंकि यह पैसा बच्चों की तस्करी में उपयोग किया गया है।
बदमाशों ने इस तरह फंसाया
बदमाशों ने गोयल को बताया कि हमारे रिकॉर्ड के अनुसार आपके और अपराधी के बीच कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। इसके तहत आपके बैंक अकाउंट का उपयोग करने के बदले अपराधी आपको 82 लाख रुपए देगा। इस अकाउंट से पैसे का ट्रांजेक्शन बच्चों के अंग बेचने के लिए की गई मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया है।
39 लाख 60 हजार का फ्रॉड
इस दौरान इस बदमाशों ने बुजुर्ग को यह भी धमकी दी कि यदि तुम्हें मनी लांड्रिंग सहित अलग-अलग मामलों से बचाना है, तो 39 लाख 60 हजार रुपए बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दो , बुजुर्ग ने डर की वजह से 39 लाख 60 हजार रुपए की राशि तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी।उसके बाद बदमाशों ने अपना फोन बंद कर दिया इसके बाद बुजुर्ग ने अपने साथ हुई घटना के बारे में परिजनों को जानकारी दी और पुलिस को पूरे मामले की शिकायत की यह अकाउंट उड़ीसा और पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों के है। इस पूरे मामले में अब साइबर क्राइम और क्राइम ब्रांच संयुक्त रूप से कार्रवाई में जुटा हुआ है। लेकिन जिस तरह से हाउस अरेस्टिंग के मामले सामने आ रहे हैं, उसकी वजह से कई तरह की धोखाधड़ी बढ़ गई है। जो कि काफी चिंता का विषय है।
MP News: धमकाकर स्काइप एप डाउनलोड कराया
गोयल ने पुलिस को बताया कि शुरुआत में बदमाशों ने मेरे मोबाइल पर स्काइप एप डाउनलोड कराया। इसके बाद मुझे अपना ही लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया। जो मुंबई पुलिस के नाम से था। मेरे लॉगिन होने के बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखाई। जिसमें दो व्यक्ति नजर आ रहे थे। बाद में तीसरे को कैमरे के सामने लाकर मुझे बताया कि इनके घर में चैकिंग के दौरान बैंक पास बुक मिली है। वह आपके नाम से है। इस अकाउंट से 8 करोड़ 20 लाख रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है।
जांच में क्लीन चिट मिलने पर राशि लौटाने की बात कही
मोबाइल में स्काइप एप डाउनलोड कराने के बाद मेरे SBI के एप से अकाउंट की डिटेल निकाली। यहां से उन्होंने न्यू इंडिया कंपनी के अकाउंट में 21 लाख रुपए जमा कराए। इसके बाद स्काइप एप डिस्कनेक्ट कर दिया, लेकिन मोबाइल पर बार-बार कॉल आते रहे और लोकेशन पूछते रहे।
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