fbpx
टॉप ट्रेंडिंग न्यूज़

MP News: CM यादव ने स्टूडेंट्स के साथ की चर्चा कहा- निराश ना हों; हारकर फिर चुनाव लड़ने वाले नेताओं से सीखो

MP News: बुधवार को CM डॉ मोहन यादव ने राजस्थान कोटा में कोचिंग कर रहे मप्र के स्टूडेंट्स के साथ चर्चा की। सीएम ने हास – परिहास के माहौल में कोचिंग स्टूडेंट्स को संबोधित किया। उन्होंने छात्रों से कहा सफलता न मिले तो निराश मत होना। आपको राजनेताओं से सीखना चाहिए। भले ही बार-बार हार का सामना करना पडे़, लेकिन नेता चुनाव लड़ना नहीं छोड़ता।

MP News: सीएम ने कहा आपमें से कोई मेडिकल में जा रहा होगा, कोई जेईई मेन्स देना चाहता होगा। कोई इंजीनियरिंग में जाना चाहता होगा। और कोई कारण से नहीं भी जाना होगा रास्ते में रहना होगा। अगली बार देंगे, और अगली बार देंगे। तो मन निराशा से भर जाता होगा। आप एक काम किया करो आप राजनेताओं की तरफ देख लिया करो।

इस दौरान एक छात्र ने कहा, बार-बार यदि हम किसी कारण पीछे रह जा रहे हैं तो राजनेताओं से सीखना चाहिए। राजनेता कई चुनाव हार जाते हैं लेकिन ऐसा नहीं कि वो बार-बार चुनाव नहीं लड़ते। नेताओं से सीखना चाहिए कि एक बार नाकामी मिलने से आपका जीवन डिसाइड नहीं करेगा। आपको सफलता के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए। ये सुनकर सीएम खूब जोर से हंसे और बोले तुम तो पुरा भाषण देने लगे।

कॉलेज प्रेसिडेंट का चुनाव लड़ने छोड़ दी डॉक्टर की पढ़ाई

सीएम ने कहा, मैं फर्स्ट ईयर में साइंस कॉलेज में जॉइंट सेक्रेटरी का चुनाव लड़ा। उस समय पीएमटी होती थी। 16 साल की उम्र में जॉइंट सेक्रेटरी बन गया। मेरे पहले 10-20 साल से परिषद जीती नहीं थी। हमारे आने के बाद जीत गई। तो जैसे पीएमटी में सिलेक्शन हुआ तो इंदौर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले लिया। हमारे यहां के लोग बोले तुम कहां जा रहे हो। मैंने कहा मैं डॉक्टर बनने जा रहा हूं।

तब किसी ने कहा कि डॉक्टर बनोगे लेकिन वहां चुनाव नहीं होते। यहां आओ चुनाव लड़ो हम बीएससी सेकंड ईयर में प्रेसिडेंट बनाएंगे। हमारे यहां तो लगातार परिषद को चुनाव लड़ाना है। मैं तो ऐसा भोला भाला था कि डॉक्टरी छोड़कर चुनाव लड़ने आ गया। मैं सेकंड ईयर प्रेसिडेंट बना, यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट बना। मैं इसलिए कह रहा हूं कि जीवन के जिस भी मार्ग से चलो वहां सफलता आपका इंतजार कर रही है। इसमें कोई शंका नहीं हैं। ये विश्वास हमको रखना चाहिए।

सीएम ने बताई संतों की यूजी-पीजी

सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि, हमारे यहां 27 नक्षत्र एक साल में चार बार आते हैं। 27 को चार बार जोड़ें तो 108 होता है। अर्थात कोई संत पूरे एक वर्ष साधना करेंगे तो वो 108 हो गए। जिन्होंने एक साल से ज्यादा साधना की तो वो 1008 होते हैं। इनकी यूजी-पीजी आपको मालूम पड़ गई। अपने यहां कोई 107 नहीं रह जाए, न 110 होगा। ये नक्षत्र गणना से होता है।

हमारी घड़ी घंटे, मिनट सेकंड से नहीं है। ये एक गति से सूर्य की परिक्रमा कर रही है। एक ग्रह से दूसरे ग्रह की गति जो मालूम पड़ रही है वो आपकी घड़ी है। कोई ये कहे कि हम ग्रह नहीं मानते तो वो गलत होगा। पृथ्वी की परिक्रमा से हमारे साल की गणना होती है। ये साल की गणना में सबके अलग-अलग साल होते हैं। जैसे किसी मित्र को आप उसके जन्मदिवस पर शुभकामना दो, जन्मदिवस साल में एक बार आता है। अगर मैं अभी ये सिद्ध कर दूं कि आपका जन्म समय आज अभी ही है। तो मेरी बात गलत है या सही। अगर मैं कहूं कि सही है तो ?

सीएम ने समझाया सबके जन्म का समय आज कैसे

सीएम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा- आप अधिकतर मेडिकल साइंस के विद्यार्थी हैं मैंने भी बीएससी किया है मेरा भी मेडिकल कॉलेज में 1982 में एडमिशन हो गया था बाद में छोड़ दिया। जन्मसमय आपका सबका अभी हाल है। उसका कारण है ये समय, साल किसने देखा, एक सांस अंदर से बाहर नहीं आई तो भारत माता की जय अभी हाल हो जाएगी। अपनी प्रत्येक सांस की गिनती है। तो जन्म कितनी बार हो रहा है। सीएम ने कहा आपसे मिलने बात करने आया। मुझे अच्छा लगा आपसे मिलकर मैं उस दौर में पहुंचा जिसे मैं सालों पहले छोड़ आया था।

मोदी जी 50 साल तक कोई चुनाव नहीं लडे़, सीधे सीएम बने

सीएम ने कहा- हमारे मन में आता है कि हम परीक्षा दे रहे हैं पास होकर इंजीनियर, डॉक्टर ही बनना है और नहीं बन पाए तो निराशा के दौर में पहुंचते हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं हैं। निराशा किस बात की। हमारे यहां बहुत बड़ा नाम है भारत रत्न अटल जी का, वे ऐसे व्यक्ति थे जिनके पीछे पूरा देश दीवानों की तरह भागता था।

दूसरे हैं मोदी जी, नरेन्द्र मोदी जी 51 साल तक कभी कोई चुनाव नहीं लडे़। लेकिन 50 साल तक संगठन में प्रचारक के तौर पर राजनीति में काम करते रहे। लेकिन जब राजनीति में आए और कई चुनौतियों के बीच हिम्मत से सरकार बनाई तो उनको सीधे मुख्यमंत्री बनाया। वो पहले कोई मंत्री नहीं बने। उन्होंने सरकार ऐसे चलाई कि गुजरात देश में आर्थिक रूप से देश में सबसे संपन्न राज्य है। गुजरात के बाद वो एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं कि जो पहला चुनाव लडे़ तो सीएम बने, कितनी बार विधायक बने और सीएम बने। फिर सांसद बने तो तीसरी बार प्रधानमंत्री बने।

MP News: हारने वाला भी जिंदगी भर चुनाव लड़ता है

सीएम ने कहा- अभी एक छात्र ने कहा राजनेताओं से सीखना चाहिए। कि हार भी जाए तो फिर अगला चुनाव लडे़। वो डरता है, क्या कोई ये कहते मिला है क्या कि मैं पिछला चुनाव हार गया अब नहीं लडूंगा। सारी जिंदगी लड़ाओं तो लड़ता रहेगा भले ही हारता रहे ऐसे कई लोग मिल जाएंगे। मेरा ये कहना है कि हमारे अंदर की इच्छाशक्ति जब मजबूत होती है तो सभी चुनौती के काम हम पूरे कर सकते हैं।

यह भी पढ़े : MP News: दिसंबर में होगा रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव, उद्योगपतियों को आमंत्रित करने विदेश जाएंगे CM

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page

देखिये! NIRF Ranking 2024 के टॉप 10 यूनिवर्सिटीज देखिये पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का सफर जानें बजट 2024 में बिहार के हिस्से में क्या-क्या आया जानिए मोदी 3.0 के पहले बजट की 10 बड़ी बातें राजस्थान BSTC PRE DELED का रिजल्ट हुआ ज़ारी ऐसा क्या हुआ कि राज्यसभा में घटी बीजेपी की ताकत, देखिये प्रधानमंत्री मोदी के हुए X (Twitter ) पर 100 मिलियन फॉलोवर्स आखिर कौन है IAS पूजा खेड़कर, जानिए इनसे जुड़े विवादों का पूरा सच Derrick White replaces Kawhi Leonard on US Olympic roster