MP News: भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम, फोन पर दें रिश्वतखोरों की सूचना
MP News: मध्य प्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने पहली बार रिश्वतखोरी की शिकायतों के लिए टेलीफोन और मोबाइल नंबर जारी किए हैं।
MP News: मध्य प्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने पहली बार रिश्वतखोरी की शिकायतों के लिए टेलीफोन और मोबाइल नंबर जारी किए हैं। इन नंबरों पर मिलने वाली शिकायतों को सुनने और उचित मार्गदर्शन देने के लिए एक विशेष टीम भी बनाई गई है।
यह टीम भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज करेगी और इन शिकायतों की निगरानी संबंधित जोन के पुलिस अधीक्षक द्वारा की जाएगी। इससे पहले राजस्थान एसीबी और सीबीआई जैसी भ्रष्टाचार निवारण एजेंसियां इसी तरह के नंबर सार्वजनिक करती रहीं हैं।
MP News: लोकायुक्त पुलिस ने जारी किए नंबर
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ऐसा पहली बार है, जब मप्र लोकायुक्त पुलिस ने भी अपने नंबर इस तरह से सार्वजनिक किए हैं। डीजी लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने जानकारी दी है कि रिश्वत मांगने वालों की सूचना अब 0755-2540889 और 9407293446 पर भी दी जा सकती है।
इसके अलावा लोकायुक्त पुलिस मध्य प्रदेश के हर बड़े सरकारी दफ्तर के बाहर पेम्पलेट भी लगवा रही है। इसमें इन नंबर्स के अलावा रिश्वत मांगने वालों की शिकायत करने की अपील भी की जा रही है।
MP News: पंपलेट में दी जानकारी
आपको बता दे कि इन पंपलेट में यह जानकारी दी गई है कि यदि किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी ने कोई काम कराने के लिए रिश्वत मांगी हो या यदि वे किसी प्रकार के भ्रष्टाचार में लिप्त हों, तो कार्यालय पुलिस अधीक्षक, विशेष पुलिस स्थापना भोपाल पते पर सूचना दी जा सकती है। इसी के साथ सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
MP News: हटाए जाएंगे लंबे समय से तैनात अफसर
आपको बता दें कि हाल ही में डीजी लोकायुक्त ने रीवा, जबलपुर और सागर पुलिस अधीक्षक दफ्तरों का निरीक्षण किया। इस दौरान यह सामने आया कि इन तीनों दफ्तरों में कई पुलिस अफसर और कर्मचारी लंबे समय से लोकायुक्त संगठन में तैनात हैं।
अब इन्हें हटाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी और इन अफसरों और कर्मचारियों की एक सूची तैयार की जा रही है।
MP News: 45 दिन में 72 ट्रैप कार्रवाई
मध्य प्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने पिछले डेढ़ महीने में लगभग 72 ट्रैप कार्रवाई की हैं, जो पहले एक पूरे साल में इतनी होती थीं। यह पहली बार है जब एक ही दिन में चार अलग-अलग ट्रैप की कार्रवाई की गई हो। 25 नवंबर 2024 को सागर, झाबुआ, बुरहानपुर और मुरैना जिलों में चार कर्मचारियों को ट्रैप किया गया।