fbpx
टॉप ट्रेंडिंग न्यूज़

MP News : भस्मआरती में प्रवेश के पहले श्रद्धालुओं को पहनाएंगे रिस्ट बैंड, इससे अनुचित तरीके से एंट्री करने वालो पे लगेगी रोक

MP News : महाकाल मंदिर में भस्मआरती के लिए नए प्रवेश व्यवस्था शुरू की गयी है, जिसमे श्रद्धालुओं को रिस्ट बैंड बांधना होगा, इससे ठगी पर रोक लगाई जा सकेगी

MP News : महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्मआरती में प्रवेश अब ज्यादा सुरक्षित और हाईटेक तरीके से किया जा सकेगा। भस्मआरती में रिस्ट बैंड से एंट्री का प्रस्ताव है। यह रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडी पर काम करेगा। श्रद्धालु अब कलाई पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) बैंड बांधकर ही मंदिर के अंदर प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर प्रशासक का कहना है कि यह सिस्टम अगले महीने से काम करना शुरू कर देगा।

महाकाल मंदिर समिति इसी महीने से इस तकनीक को लागू करने जा रही है। इससे भस्मआरती में गलत तरीके से प्रवेश करने और करवाने वालों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। श्रद्धालुओं से बार-बार पूछताछ भी नहीं होगी। मंदिर में इस तरह से प्रवेश ठीक वैसे ही होगी, जैसे बड़े कंसर्ट और स्टेज शो में दर्शकों की कलाई पर आरएफआईडी बैंड बांधकर कराई जाती है।

प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया भस्मआरती का टिकट दिखाने के बाद मंदिर के सभी प्रमुख गेट पर आरएफआईडी रिस्ट बैंड से ही एंट्री होगी। भस्मआरती के दौरान बैंड को पहने रखना जरूरी होगा। इससे बार-बार अनुमति की जांच करने की जरूरत नहीं होगी। फर्जी प्रवेश करने वालों पर भी लगाम लगेगी।

महाकाल में ऐसे काम करेगा सिस्टम

रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप प्रोसेस पर काम करता है। भस्मआरती के लिए दो तरह से अनुमति मिलती है- ऑनलाइन और ऑफलाइन। यही अनुमति पास लेकर जब श्रद्धालु मंदिर जाएंगे तो प्रवेश से पहले एक काउंटर मिलेगा। यहां पर बार कोड स्कैन कर आपको आरएफआईडी बैंड दिया जाएगा। इसमें कुछ डिजिटल जानकारी फीड होगी।

रीडर टूल के साथ काम करेगा कार्ड

आरएफआईडी कार्ड, चिप को काम करने के लिए रीडर टूल के सामने लहराना होता है। रीडर वायरलैस तकनीकी है। इसके जरिए रोडियो तरंगों की मदद से लोगों या चीजाें की पहचान की जाती है। आरएफआईडी टैग या स्मार्ट लेबल में एनकोड किए गए डेटा को रीडर टूल की मदद से पढ़ा जाता है। रीडर टूल में एंटीना होता है। यह रेडियो वेब को भेजने का काम करता है।

यह लाभ: अनुमति पास दिखाने की जरूरत नहीं

  • आरएफआईडी बैंड से श्रद्धालुओं को लंबी कतार से मुक्ति मिलेगी।
  • बार बार अनुमति पास दिखाने की जरूरत नहीं होगी।
  • 1 घंटे में एक हजार श्रद्धालुओं की स्कैनिंग की जा सकेगी।

ऐसे रुकेगा अनधिकृत प्रवेश

मंदिर के मुख्य द्वार पर फ्लैप बैरियर लगाए जाएंगे। इससे इन आरएफआईडी रिस्ट बैंड को जोड़ा जाएगा। बैरियर इन्हीं रिस्ट बैंड के जरिए खुलेंगे। यह तकनीकी एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन पर उपयोग की जाती है। प्रशासक धाकड़ के अनुसार शुरुआत में इसे प्रायोगिक रूप से लागू कर रहे हैं।

दो तरह के बैंड पर विचार

^आरएफआईडी रिस्ट बैंड बनवाने पर दो विचार हैं। एक यूज एंड थ्राे बनवाएं, दूसरा परमानेंट। परमानेंट में यह परेशानी आ सकती है कि कुछ श्रद्धालु इन बैंड को साथ ले जा सकते हैं। ऐसे में मंदिर समिति को बार बार नए बैंड बनवाने होंगे। यूज एंड थ्रो बैंड एक बार उपयोग के बाद अनुपयोगी हो जाएंगे।

MP News : महाकाल में लगेगी लड्डू की ऑटोमेटेड मशीन, ATM की तरह रुपए डालते ही निकलेगा लड्डू का पैकेट

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page

देखिये! NIRF Ranking 2024 के टॉप 10 यूनिवर्सिटीज देखिये पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का सफर जानें बजट 2024 में बिहार के हिस्से में क्या-क्या आया जानिए मोदी 3.0 के पहले बजट की 10 बड़ी बातें राजस्थान BSTC PRE DELED का रिजल्ट हुआ ज़ारी ऐसा क्या हुआ कि राज्यसभा में घटी बीजेपी की ताकत, देखिये प्रधानमंत्री मोदी के हुए X (Twitter ) पर 100 मिलियन फॉलोवर्स आखिर कौन है IAS पूजा खेड़कर, जानिए इनसे जुड़े विवादों का पूरा सच Derrick White replaces Kawhi Leonard on US Olympic roster