मध्य प्रदेश के 3 शिक्षकों को मिलेगा National Teacher Award 2024, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सम्मानित
राष्ट्र का विकास कर सकूं बस यही अरमान है।
कर्तव्य पथ पर डटे रहना बस यही फरमान है।
दुख में सुख में परिश्रम बनाए रखना बच्चों,
कर्तव्य करते रहना ही मेरे विद्यार्थीयों ही की पहचान है।
– ऋषिकेश शुक्ल
आज शिक्षक दिवस 2024 के मौके पर मध्य प्रदेश के 3 शिक्षकों को National Teacher Award 2024 से सम्मानित किया जाएगा। तीनों चयनित शिक्षकों को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सम्मानित करेंगी। आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग के स्कूलों में कार्यरत श्री माधव प्रसाद (Teacher) पटेल और डॉ. सुनीता गोधा को उनके उल्लेखनीय कार्य के लिये सम्मानित किया जायेगा।
इसके अलावा डिण्डोरी जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय धामनगांव की शिक्षिका (Teacher) श्रीमती सुनीता गुप्ता को भी सम्मानित किया जायेगा। आइए हम आपको बताते हैं कि इस सम्मान के लिए माधव प्रसाद पटेल को चयनित किन विशेषताओं के कारण किया गया है।
तपती हुई जमी पर अमृत की बरसात है शिक्षक।
जलती हुई लू में शीतल मंद बयार है शिक्षक।
अंधेरों को दूर करने वाला जलता चिराग है शिक्षक।
शोक को दूर कर संगीत का राग है शिक्षक।
नीरस पतझड़ में बसंत बयार है शिक्षक।
अंधेरे में सूरज की पहली किरण का उपहार है शिक्षक।
– ऋषिकेश शुक्ल
दमोह में पदस्थ माधव प्रसाद पटेल
माध्यमिक शिक्षक (Teacher) के रूप में कार्यरत श्री माधव प्रसाद पटेल शासकीय नवीन माध्यमिक शाला लिधौरा विकासखण्ड बटियागढ़ जिला दमोह में पदस्थ हैं। इन्होंने विज्ञान शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये विद्यालय में विज्ञान दीवार का निर्माण करवाया है, जिसमें विद्यार्थी अपनी जिज्ञासाओं को लिखते हैं। इसी के साथ किसी भी प्रकार का प्रश्न होने पर उसे भी लिख देते हैं। शिक्षक (Teacher) द्वारा उसका समाधान किया जाता है।
बाइक पर किताबें रख मोहल्ले-मोहल्ले जाते हैं माधव
शिक्षक माधव प्रसाद पुराने अखबारों के माध्यम से स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं। वे अखबार में अपने छात्रों को संज्ञा, सर्वनाम, विरोधी शब्द खोजने के लिये कहते हैं। इस विधि से छात्रों के शब्द भण्डार में वृद्धि होती है। शिक्षक श्री पटेल विद्यालय बंद होने पर अवकाश के दिवस या रविवार को मोटर साइकिल पर पुस्तकें बांध कर मोहल्ले-मोहल्ले जाते हैं। उनके ऐसा करने पर स्टूडेंट्स में पुस्तकों के प्रति रुचि बढ़ी है।
शिक्षक श्री माधव पटेल ने अपने क्षेत्र के ग्रामों में लर्निंग बोर्ड बनवाये। उन्होंने पूर्व छात्रों को चिन्हित कर शैक्षिक गतिविधियों से जुड़ने के लिये प्रोत्साहित किया। शिक्षक श्री पटेल ने दीवार लेखन के माध्यम से गणित एवं अंग्रेजी की अवधारणाओं को गाँव के प्रमुख स्थानों को चिन्हित कर लिखवाया। उन्होंने अपने क्षेत्र में खेत पाठशाला की भी शुरूआत की। अभिभावकों की कृषि पृष्ठभूमि होने के कारण उनके बच्चों को खेत और उसके आसपास ही पढ़ाने का प्रबंध किया।
डॉ. सुनीता गोधा (Teacher) भी होंगी सम्मानित
डॉ. सुनीता गोधा उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर मंदसौर जिले के शासकीय हाई स्कूल खजूरिया सारंग में पदस्थ हैं। डॉ. सुनीता ने सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से नव-प्रवेशित जरूरतमंद छात्राओं को ड्रेस, स्कूल बैग, स्वेटर और कॉपी-पुस्तकें नि:शुल्क बांटी हैं। उन्होंने स्थानीय बोली में नुक्कड़ नाटक, संगीत, चित्रकला के माध्यम से सामाजिक जागरूकता लाने का कार्य अपने क्षेत्र में पिछले 25 वर्षों में किया है।
डॉ. सुनीता राज्य आनंद संस्थान की राज्य मास्टर ट्रेनर भी हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में आनंदम गतिविधियों का भी आयोजन किया है। उन्होंने अपनी पद-स्थापना के दौरान शाला में श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम दिये हैं। उन्हें पूर्व में भी राज्य स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है।