मोहन सरकार में अब कैबिनेट मंत्रियों को सौपे जाएंगे जिलों के प्रभार
भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार ने मंत्रियों को जिलों के प्रभार देने की तैयारी कर ली है। अब बस इंतजार अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के रिजल्ट आने का है। सूत्रों के अनुसार मंत्री संपतिया उइके को छिंदवाड़ा जिले का प्रभार दिया जा सकता है। सीएम डॉ. मोहन यादव चुनाव प्रचार के दौरान इसका संकेत दे चुके हैं।
अमरवाड़ा उप चुनाव के परिणाम आने के बाद मोहन कैबिनेट के मंत्रियों को जिलों का प्रभार दिया जाएगा। इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनमें भाजपा संगठन की भी राय ली जा रही है, जिससे कि पार्टी और सरकार, दोनों के बीच तालमेल बनाते हुए जनहित के कार्य किए जा सकें।
वहीं, तबादलों से रोक हटते ही ट्रांसफर पोस्टिंग के आवेदन आना शुरू हो जाएंगे। इनमें प्रभारी मंत्री की अनुशंसा महत्वपूर्ण होती है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपेंगे।
बता दें की जहाँ पार्टी कमजोर है वहां सीनियर मंत्रिओं को प्रभार सौपा जाएगा, वहीँ ऐसा कहा जा रहा की प्रभारी मंत्री 15 अगस्त अपने-अपने जिलों में झंडा वंदन करेंगे।
मंत्री संपतिया उइके को मिल सकता है छिंदवाड़ा
अमरवाड़ा उप चुनाव की प्रभारी बनाई गई पीएचई मंत्री संपतिया उइके को छिंदवाड़ा जिले का प्रभार सौंपा जा सकता है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अमरवाड़ा में जनसभा करने गए थे, इस दौरान उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि संपतिया उइके को ही छिंदवाड़ा का प्रभार दिया जाएगा।
सीएम और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की हुई बैठक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहले की यह स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रभारी मंत्री ही 15 अगस्त अपने-अपने जिलों में झंडा वंदन करेंगे। इसके लिए इसी माह प्रभारी मंत्रियों को जिलों का प्रभार दिया जाएगा। इसको लेकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद के साथ बैठक भी कर चुके हैं। मंत्रियों को प्रभार सौंपे जाने से पहले केंद्रीय नेतृत्व को भी सूचित किया गया है।
जहां भाजपा का कमजोर जनाधार, उन जिलों में वरिष्ठ मंत्रियों को दिया जाएगा प्रभार
मध्य प्रदेश के जिन जिलों में भाजपा का कमजोर जनाधार रहा है उन जिलों का प्रभार वरिष्ठ मंत्रियों को दिया जाएगा। वे प्रभार के जिलों में सरकार और पार्टी दोनों के बीच तालमेल बनाते हुए कार्य करेंगे और प्रयास होगा कि अगले चुनाव में वहां पार्टी का जनाधार पूरी तरह से मजबूत कर लिया जाए।