पीएम मोदी ने किया नए नालंदा विश्वद्यालय का उद्घाटन, जानें ख़ासियत
राजगीर, बिहार। पीएम मोदी आज प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के पास नए कैंपस का आज उद्घाटन किया। 2010 में इस विश्वविद्यालय की स्थापना होने के बाद से ही यह अस्थाई भवन में चल रहा था। जिसके बाद 2017 में नए कैंपस का निर्माण शुरू किया गया था। सरकार नालंदा विश्वविद्यालय को पुराना वैभव दिलाने के प्रयास में जुट गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के दौरे पे थे। जहां उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया। उद्घाटन से पूर्व पीएम मोदी ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का दौरा किया। बता दें की बिहार के राजगीर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के पास ही नया कैंपस बनाया गया है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार मौजूदा नालंदा विश्वविद्यालय को सरकार वैसा ही वैभव दिलाना चाहती है, जैसा 800 साल पहले था। सरकार विश्वविद्यालय को शिक्षा का नया केंद्र बनाना चाहती है। नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना साल 2010 में की गई थी, जिसके लिए सरकार ने बकायदा कानून भी बनाया था। हालांकि तब से अब तक यह अस्थाई भवन में ही चल रहा था। साथ ही साथये भी बताया गया कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में करीब 8 लाख किताबें रहेंगी।
17 देश होंगे शामिल
17 देशों के सहयोग से भारत सरकार ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर् का निर्माड किया। आपको बतादें की इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर बिहार के
राजयपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर , मुख्यमंत्री नितीश कुमार सहित 17 देशों के राजदूत भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
नालंदा विश्वविदयालय के नए परिसर की खासियत
साल 2007 के पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में इस विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने के फैसले को समर्थन मिला था। बता दें की यह परिसर ऐतिहासिक नगरी राजगीर की पांच पहाड़ियों में से एक वैभारगिरि की तलहटी में बनाया गए है या परिसर 1750 करोड़ रूपये की लगत से बना है जो कि 455 एकड़ में फैले है इस कैंपस में 24 इमारतें हैं। साथ ही इस परिसर के एक चौथाई हिस्से में पानी है जो की प्राकृतिक सुंदरता से घिरा है