राहुल का 90 मिनट का भाषण, ‘हिन्दू’ के मुद्दे पर लोकसभा में आज भी हंगामे के आसार
सोमवार को राहुल ने 90 मिनट का जो भाषण दिया, उसमें हिंदू को लेकर ऐसा विवाद हुआ जहां प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत पांच मंत्रियों ने आपत्ति जताई।
संसद सत्र जारी है और सबकी निगाह सदन में चल रही कार्यवाही पर टिकी है. सोमवार के बाद आज भी सत्र हंगामेदार रह सकता है. लोकसभा में अभी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में आज धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देंगे. इस दौरान पीएम मोदी राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दे सकते हैं.
सोमवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ, नेता विपक्ष राहुल गांधी ने हिंदू मणिपुर, नीट, किसान, अग्निवीर के साथ-साथ कई मुद्दो पर अपनी राय रखी.
बीजेपी वाले असली हिंदू नहींः राहुल गांधी
कुछ दिनों पहले तक जब चुनाव चल रहे थे, कांग्रेस पर बीजेपी आरोप लगाती रही कि कांग्रेस वाले मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लाए हैं और सोमवार यानि कल लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी वाले असली हिंदू ही नहीं हैं. हंगामे के बीच राहुल ने सोमवार सोमवार को 90 मिनट का जो भाषण दिया, उसमें हिंदू को लेकर ऐसा विवाद हुआ जहां प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत पांच मंत्रियों को उठकर राहुल गांधी के भाषण पर आपत्ति जतानी पड़ी।
राहुल गांधी का भाषण और बीजेपी की आपत्तियां
पहले हाथ में संविधान उठाकर और फिर भगवान शिव की तस्वीर. दुआ में उठे हाथ की तस्वीर, गुरुनानक की तस्वीर, जीसस की तस्वीर उठाकर राहुल गांधी ने ऐसा कौन सा तीर मारा है जो कहते हैं कि बीजेपी के दिल में लगा है. ऐसा राहुल गांधी ने क्या बोला कि प्रधानमंत्री को दो बार उठकर टोकना पड़ा. अमित शाह को चार बार उठकर आपत्ति जतानी पड़ी. उन्होंने कहा कि सदन में ये कैसे चल सकता है, आप एकतरफा रियायत दे रहे हैं, हमें संरक्षित करिये ऐसे नहीं चलता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दो बार उठना पड़ा और उन्होंने कहा कि ऐसी गलत जानकारी आप सदन में नहीं दे सकते हैं.
धर्म पर क्या बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि, त्रिशूल हिंसा नहीं बल्कि अहिंसा का प्रतीक है. इस्लाम में भी लिखा है कि डरना नहीं है.गुरुनानक जी भी कहते हैं डरो मत, डराओ मत, जीजस में भी अभय मुद्रा, बुद्ध भगवान ने कहा, डरो मत-डराओ मत. महावीर ने कहा, डरो मत, डराओ मत.इसी के बाद राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करके कहा कि ‘जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत…आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.’
अमित शाह बोले- राहुल माफी मांगे
इसके बाद बीजेपी के सांसदों ने हंगामा शुरू किया. प्रधानमंत्री ने आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि ये विषय बहुत गंभीर है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है. राहुल गांधी ने जवाब दिया, नहीं, नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं. बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं हैआऱएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है. ये ठेका नहीं है बीजेपी का. अब गृहमंत्री सदन में खड़े हए, उन्होंने कहा कि राहुल माफी मांगें. शाह ने कहा कि, शोर-शराबा करके इतना बड़े वाक्य को छिपाया नहीं जा सकता है. नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वो हिंसा करते हैं. करोड़ों लोग अपने आपके गर्व से हिंदू कहते हैं. क्या वो सभी लोग हिंसा की बात करते हैं. उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए.
अयोध्या पर क्या बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी सदन में कहा कि, ‘मैंने पूछा कि आपको कब पता चला जीत रहे हैं तो बोले पहले दिन से पता है. इन्होंने कहा कि अयोध्या में जमीन छीनी गई. आजतक मुआवजा नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में छोटे-छोटे दुकानदार थे. जो छोटी बिल्डिंग थी उन सारों को तोड़कर गिरा दिया गया. उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया. इन्होंने यह भी कहा है कि अयोध्या के उद्घाटन में जनता को दुख हुआ क्योंकि अडानी, अंबानी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था और ये कारण था कि अयोध्या की जनता ने उनके दिल में नरेंद्र मोदी ने भय डाल दिया. उनकी जमीन ले ली. उनके घर गिरा दिए और फिर मंदिर के उद्घाटन में तो छोड़ो उनको बाहर तक नहीं जाने दिया. अयोध्या की जनता ने सही मैसेज भेजा.
अग्निवीर स्कीम पर हुआ वार-पलटवार
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मैं उसे शहीद कहता हूं, हिंदुस्तान की सरकार नहीं कहती. उस घर को पेंशन नहीं मिलेगी. मुआवजा नहीं मिलेगा. शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा. बेचारे बैठे थे, एक साथ रो रहे थे. आम जवान को पेंशन मिलेगी. फूट डालते हो और खुद को देशभक्त कहते हो.राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के इस दावे पर आपत्ति जताई. राजनाथ सिंह ने कहा कि, गलतबयानी न करें, अग्निवीर शहीद होता है तो एक करोड़ की सहायता दी जाती है.
स्पीकर पर भी टिप्पणी
अग्निवीर पर सरकार अडिग है लेकिन इसी योजना की समीक्षा की मांग सरकार बनते ही बीजेपी की सहयोगी जेडीयू भी कर चुकी है. आज फिर कई मौके ऐसे आए, जहां सदन में राहुल गांधी ने माइक बंद करने औऱ बोलने के दौरान कैमरा उनसे हटाए जाने का आरोप लगाया.स्पीकर ने तुरंत सफाई देकर कहा कि माइक का कंट्रोल उनके पास नहीं होता. इसी बहस के दौरान राहुल गांधी ने ये आरोप भी लगाया कि स्पीकर ने तुरंत सफाई देकर कहा कि माइक का कंट्रोल उनके पास नहीं होता. इसी बहस के दौरान राहुल गांधी ने ये आरोप भी लगाया कि लोकसभा स्पीकर उनसे तो एकदम सीधे खड़े होकर हाथ मिलाते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री से हाथ मिलाते वक्त स्पीकर झुक जाते हैं.