एमपी में आज प्री-मानसून की स्ट्रॉन्ग : MP के 6 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट; 50-60 की स्पीड से हवा और तेज बारिश
मानसून की एंट्री से पहले मध्यप्रदेश में प्री-मानसून की बारिश हो रही है। सोमवार को इंदौर, भोपाल समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं, दिन के टेम्प्रेचर में भी गिरावट हुई। मंगलवार को प्री-मानसून की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी रहेगी।
इसके चलते जबलपुर, छिंदवाड़ा समेत 6 जिलों में रेड अलर्ट है। यहां बारिश के साथ 50-60 Km प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। इधर, मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मानसून आने के बाद 4 इंच बारिश होने पर ही बोवनी करें।
IMD, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। इस वजह से बारिश हो रही है। 18 जून को लोकल सिस्टम स्ट्रॉन्ग रहेगा। इसके चलते जबलपुर, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट है। बाकी जगहों पर भी आंधी, बारिश होने का अनुमान है।
प्रदेश में सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत कई जिलों में आंधी, बारिश का दौर रहा। वहीं, कई जिले ऐसे भी हैं, जहां पर गर्मी का असर देखने को मिला। सतना का चित्रकूट सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश के टॉप-10 गर्म शहरों में निवाड़ी का पृथ्वीपुर, ग्वालियर, सतना, छतरपुर का बिजावर, खजुराहो, सिंगरौली, शिवपुरी, सीधी और शहडोल शामिल हैं। पृथ्वीपुर में 45.7 डिग्री, ग्वालियर में 45.1 डिग्री, सतना में 44.9 डिग्री, बिजावर में 44.8 डिग्री, खजुराहो में 44.4 डिग्री, सिंगरौली में 44 डिग्री, शिवपुरी में 43 डिग्री, सीधी में 42.8 डिग्री और शहडोल में पारा 42.6 डिग्री दर्ज किया गया।
भोपाल, पचमढ़ी और रायसेन सबसे ठंडे
सोमवार को भोपाल, पचमढ़ी और रायसेन सबसे ठंडे रहे। यहां दिन का तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, बड़े शहरों में इंदौर में 38.4 डिग्री, जबलपुर में 36.8 डिग्री और उज्जैन में पारा 38.5 डिग्री रहा।
मानसून स्थिर, आगे नहीं बढ़ रहा
मौसम वैज्ञानिक सुरेंद्रन ने बताया, मानसून अभी एक जगह पर स्थिर है और आगे नहीं बढ़ रहा है। इसलिए मध्यप्रदेश में अगले कुछ दिन तक मानसून का इंतजार करना पड़ेगा।
आज यहां तेज बारिश, आंधी
- जबलपुर, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में आंधी, बारिश का रेड अलर्ट है। यहां तेज आंधी और बारिश होगी। वहीं, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर, दमोह, पन्ना, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। भोपाल, उज्जैन, शाजापुर, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, रायसेन में भी गरज-चमक की स्थिति रहेगी।
- दूसरी ओर, ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, मऊगंज, सीधी, सतना, रीवा, मैहर और सिंगरौली में गर्मी का असर रहेगा।
मानसून आने के बाद किसानों को यह सलाह
- मानसून के आने के बाद जून के आखिरी या जुलाई के दूसरे सप्ताह तक का समय बोवनी के लिए उपयुक्त है। जब 4 इंच बारिश हो जाए तो किसान बोवनी कर सकते हैं।
- पर्याप्त बारिश होने या फिर सिंचाई की सुविधा होने पर 23 जून के बाद धान की नर्सरी के लिए किसान खेत तैयार कर लें।
- कपास या सोयाबीन की बोवनी मानसून आने के पश्चात भूमि में पर्याप्त नमी होने पर ही करें।
- अरहर की बुवाई के लिए खेत की तैयारी करें। जिन किसानों के पास सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो, वे हरी खाद के लिए मक्का या ढैंचा की बोवनी करें।