सूरज पंचोली जिया खान सुसाइड केस में बरी होते ही बोले सच्चाई की हमेशा जीत होती है
जिया खान केस में एक जज ने कहा कि जिया खान को खुदकुशी करने के लिए सूरज पंचोली दोषी नहीं है।
आज, एक अदालत ने फैसला किया कि जिया खान नाम की एक महिला के मामले में क्या हुआ, जिसकी लगभग 10 साल पहले आत्महत्या कर ली गई थी। कोर्ट ने कहा कि सूरज पंचोली नाम के शख्स ने उससे ऐसा नहीं करवाया। इस फैसले के बारे में सूरज पंचोली ने कुछ कहा।
कोर्ट से बरी होने के बाद सूरज पंचोली का पहला रिएक्शन
जब कोर्ट ने कहा कि सूरज पंचोली वास्तव में खुश थे, तो उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट कर कहा कि सच की हमेशा जीत होती है।
जिया खान की सुसाइड मामले में आरोपी थे सूरज पंचोली
जिया खान 3 जून, 2013 को जुहू में अपने घर पर लटकी पाई गई थीं। सूरज पंचोली पर उनकी आत्महत्या में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। जिया आत्महत्या मामले की जांच के लिए मुंबई जुहू पुलिस विभाग को सौंपा गया था। जांच के दौरान, 7 जून, 2013 को जिया खान के आवास पर 6 पन्नों का हस्तलिखित सुसाइड नोट मिला। बॉलीवुड अभिनेता आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली को मुंबई पुलिस ने 11 जून, 2013 को कथित संलिप्तता के लिए हिरासत में लिया था। जिया की आत्महत्या।
सीबीआई को सौंपी गई थी जांच
लगभग एक महीने तक जेल में रहने के बाद 1 जुलाई 2013 को सूरज पंचोली को जमानत मिल गई थी। हालांकि, जिया खान की मां राबिया खान पुलिस जांच से असंतुष्ट थीं और उनका मानना था कि उनकी बेटी की मौत हत्या का मामला है। उसने जोर देकर कहा कि मामले को इस तरह माना जाए। उसके आवेदन के जवाब में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2014 में सीबीआई को मामला सौंपा। सीबीआई ने 2015 में एक जांच की और बाद में अदालत में सूरज पंचोली के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। उनके
जिया की मां फैसले से निराश बोली लड़ाई जारी रखूंगी
लगभग एक दशक के बाद, सूरज पंचोली को फिनवी कोर्ट द्वारा मामले में सभी आरोपों से आखिरकार बरी कर दिया गया है, जिससे उन्हें और उनके परिवार को बहुत खुशी हुई है। हालांकि, जिया खान की मां राबिया ने न्याय के लिए अपनी खोज जारी रखने की कसम खाई है और उच्च न्यायालय में फैसले की अपील करने की योजना बना रही है।